
कराहल (श्योपुर। कूनो (Emotional) में चीतों को छोड़ने के बाद कराहल की सभा में पीएम मोदी अपनी मां को याद कर भावुक (Emotional) हो गए। उन्होंने कहा, अगर मेरे जन्मदिन पर कोई कार्यक्रम नहीं रहता तो मैं अपनी मां का पास जाता, उनके चरण छूकर आशीर्वाद लेता। CM ने घोषणा करते हुए कहा कि जो होटल और रिसोर्ट बनाएंगे और जनता और पर्यटकों की सुविधा के लिए अधोसंरचना बनाएंगे, हम उनको विशेष सुविधाएं देने का काम करेंगे। आज मैं अपनी मां के पास नहीं जा सका, लेकिन आज जब मेरी मां देखेगी कि मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल की लाखों माताएं मुझे आशीर्वाद दे रही हैं, तो उनको जरूर संतोष होगा।
मध्यप्रदेश ने कभी मेरे भरोसे पर आंच नहीं आने दी है और मैं जानता हूं कि श्योपुर के भाई-बहन भी मेरे विश्वास को टूटने नहीं देंगे। कराहल में हुए सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद मोदी एयर फोर्स स्टेशन महाराजपुरा पहुंचे और वहां से विशेष विमान से दिल्ली निकल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कूनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने के बाद हेलिकॉप्टर से कराहल (श्योपुर) पहुंचे थे। वे यहां महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री योजना के तहत चार कौशल केंद्रों का लोकार्पण किया। ये योजनाएं विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के लिए काम करेंगी। PM ने कूनो लाए गए चीतों का जिक्र करते हुए कहा, मध्यप्रदेश के मेरे भाइयों-बहनों, भारत सरकार ने आपको ये चीते इसलिए भेंट किए हैं, क्योंकि हमारा विश्वास आप पर ज्यादा है। जनजाति अंचलों में जो वन उपज है, उनको बेहतरीन उत्पादों में बदलने के लिए हमारी जनजाति बहनें प्रशंसनीय काम कर रहीं हैं। मध्यप्रदेश सहित देश की लाखों जनजाति बहनें प्रधानमंत्री जनधन योजना का लाभ उठा रहीं हैं।