गर्भवती महिलाओ के साथ किया जा रहा खिलवाड़।
घिरोर – विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कस्बा घिरोर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोधना पर गर्भवती महिलाओ को पैसे कमाने की मशीन बना दिया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात को एम्बुलेंस के द्वारा गावों से आशा गर्भवती महिलाओ को सरकारी हॉस्पीटल लाती है जहाँ पर स्टाफ द्वारा गर्भवती महिलाओ के साथ आये तामीरदारो से कहा जाता है की इसकी हालत खराव है इसको जिला अस्पताल में भेजना पड़ेगा यहां पर प्रसव नहीं हो पायेगा और अब रात में तुम इसको कहा ले जाओगे यही पास में ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल है
जहाँ के डाक्टर हमें जानते है कम पेसो में आपका काम हो जायेगा इस तरह कह कर डिलेवरी महिलाओ को प्राइवेट हॉस्पिटल में भेज दिया जाता है जहाँ से मोटी रकम ले कर उनको गुमराह कर दिया जाता काफ़ी टाइम से यह खेल चल रहा है क्योंकि अभी कुछ दिन पहले घिरोर के स्टाफ नर्स का विडिओ वायरल हुआ था पैसे को लेंन देन का जिसके बाबजूद प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीज को भेजनें का काम जोरो पर चल रहा है मामला विगत रात्रि का है जिसमे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोधना से आशा शकुंतला देवी निवासी नगला मंगली दो गर्भवती महिलाओ को लेकर आयी थोड़ी देर हॉस्पिटल में मरीज को रखा गया फिर उसके बाद मरीज के परिजनों को बताया की सरकारी हॉस्पिटल में कोई देख रेख नहीं चलो हम पास के ही प्राइवेट हॉस्पिल में भर्ती करा देंगे जहाँ खर्चा कम आएगा डाक्टर से मेरी जान पहिचान का है कहकर मरीज को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया ज़ब सरकार के कर्मचारी ही सरकार की योजनाओं में पलीता लगा रहे है और धन उगाही के लिए महिलाओ का इस्तेमाल कर रहे हे।
मामला तहसील क्षेत्र घिरोर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोधना का।
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एक डिलेवरी पर मिलते है 7 हजार रुपए।
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सूत्रों की माने तो एक महिला की डिलेवरी करवाने के एवज में प्राइवेट अस्पताल वाले इन कर्मचारियों को 7हजार रुपए तक देते है।
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सामुदायिक केंद्र से महिलाओ के ले जाने के लिए लगी है एक प्राइवेट गाड़ी।
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महिलाओ को सरकारी अस्पताल से प्राइवेट अस्पताल तक ले जाने के लिए एक प्राइवेट वेन ख़डी रहती है।
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पूरी तरह से जनता को लूटने का केंद्र बन चुका है सामुदायिक केंद्र गोधना।