किशनी पुलिस अपराधी से भयभीत ,हिस्ट्रीशीटर के साथ मुख्यमंत्री की फोटो !
मैनपुरी :- मैनपुरी जनपद का प्रसिद्ध हिस्ट्रीशीटर, जिस पर एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं वह सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपना फोटो दिखाकर पुलिस अधिकारियों पर रोब गाँठ रहा है और लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहा है हिस्ट्री सीटर की पकड़ मुख्यमंत्री तक होने की वजह से किशनी पुलिस भी उसकी आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के बजाय बढ़ावा दे रही है।
- मैनपुरी के हिस्ट्रीशीटर के साथ मुख्यमंत्री की फोटो,
- हिस्ट्रीशीटर ने किशनी के भाजपा नेता उमाकांत यादव पर की फ़ायरिंग, किशनी पुलिस मौन
- प्रदेश सरकार का एक मंत्री शातिर अपराधी को बचाने में लगे एसएसपी ने पीड़ित उमाकांत यादव की सुरक्षा का दिया आदेश, लेकिन थाना पुलिस ने सुरक्षा ली वापस
- बाद में दी गई सुरक्षा अभियुक्तों के विरुद्ध मैनपुरी एटा फर्रुखाबाद में चार दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं में मुक़दमे है दर्ज
- सुखदेव तोमर, अरविंद उर्फ़ बंटू, छोटे चौहान पर एटा मैनपुरी फ़र्रुख़ाबाद में चार दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं के मुक़दमे दर्ज
मामला पिछले सप्ताह का है किशनी में रामलीला कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमाकांत यादव जो कि भाजपा के मैनपुरी जनपद में पिछड़े वर्ग से मजबूत भाजपा कार्यकर्ता है उनको किशनी रामलीला कमेटी द्वारा लगातार कई वर्षों से वरिष्ठ उपाध्यक्ष का पदाधिकारी बनाया जाता है। उसके चलते हिस्ट्रीशीटर सुखदेव तोमर उमाकांत यादव से रंजिश मानता है इसी के चलते 28 अक्टूबर को रामलीला के दिन साज़िश करके सुखदेव तोमर व सुखदेव तोमर, अरविंद उर्फ़ बंटू, छोटे चौहान व अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने बातचीत के बहाने उमाकांत यादव को कमरे में ले जाकर अपने पास साथियों के बुरी तरह मारपीट की और जान से करने के नियत से उमाकांत के ऊपर फायरिंग भी की जिससे वह बाल बाल बच गये।
घटना 28 अक्टूबर 2023 की रात्रि 10 बजे की है। मामला भाजपा नेता से जुड़ा होने के कारण थाना किशनी पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए धारा 147, 148, 149, 323, 307 में मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन घटना को 15 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई। एसएसपी के आदेश पर उमाकांत यादव को सुरक्षा में एक गनर दे दिया गया जिसे एक हफ्ते बाद थाना पुलिस ने वापस ले लिया। गनर वापस लिए जाने के बाद पीड़ित उमाकांत यादव एसएसपी से मिला तो एसएसपी ने सीओ को सुरक्षा दिए जाने का आदेश दिया तो पुनः सुरक्षा दी गई। हिस्ट्रीशीटर सुखदेव तोमर व उसके साथ उमाकांत को लगातार धमकी दिला रहा है कि अगर तूने मुकदमा वापस नहीं किया तो तुझे तेरे पूरे परिवार को जान से मार देंगे। पीड़ित के बच्चे डर से स्कूल भी नहीं जा रहे है।