शिंजो आबे के राजकीय सम्मान पर रोक के लिए याचिका दायर

जापान (petition filed) के पूर्व प्रधानमंत्री का राजकीय सम्मान को लेकर टोक्यो में विवाद (petition filed) जारी है। जनता ने राजकीय शोक मनाने से भी इनकार कर दिया। स्टेट फ्यूनरल के विरोध में बुजुर्ग व्यक्ति ने प्रधानमंत्री ऑफिस के पास खुद को आग लगा ली। उसका इलाज जारी है। मौके पर मौजूद पुलिस ऑफिसर्स ने बताया कि व्यक्ति की उम्र करीब 70 साल है।
शिंजो आबे का राजकीय अंतिम संस्कार 27 सितंबर को टोक्यो में होगा। अंतिम संस्कार समारोह निजी तौर पर आयोजित होते आए। यही कारण आबे के मामले में भी विरोध हो रहा है। आखिरी बार 1967 में पूर्व प्रधानमंत्री शिगेरू योशिदा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से हुआ था।
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने 8 सितंबर को संसदीय बहस में चार कारण गिनाते हुए कहा कि आबे के स्टेट फ्यूनरल में करीब 910 करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार । अंतिम संस्कार के समर्थन को लेकर सितंबर में हुए योमीउरी शिंबुन सर्वे में 56% लोगों ने कहा- सरकारी खर्च पर अंतिम संस्कार के खिलाफ हैं।
आबे के स्टेट फ्यूनरल में करीब 910 करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं।अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस सहित 190 देशों से 6,400 लोगों के शामिल होने की संभावना बताई जा रही है।