प्रोपोफोल इंजेक्शन लगाने के बाद हुई मरीजों की मौत
चंडीगढ़ । संस्थान (death of patients) के डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोसर्जरी तथा न्यूरोएनेस्थिसिया में प्रोपोफाल इंजेक्ट किए जाने के बाद कुछ मरीजों में अजीब (death of patients) बदलाव देखे गए थे।
अचानक उनकी हालत खराब होने लगी थी। कुछ मौतें भी हुई ए सर्जरी की प्रक्रिया के दौरान मरीजों को एनेस्थिसिया देने के लिए इंजेक्शन का प्रयोग किया गया था।
मामले में चंडीगढ़ प्रशासन ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को निक्सी लैब्स द्वाीरा बनाए जाने वाले एनेस्थेटिक इंजेक्शन को लेकर अलर्ट कर चुका ए निक्सी लैब्स एनेस्थेटिक ‘प्रोपोवन’ की हिमाचल प्रदेश स्थित प्लांट में मैन्युफैक्चरिंग करती है।
सितंबर को PGI ने एक कमेटी का गठन किया था। बीते 1 सितंबर को यह मामला सामने आया था। CDSCO द्वारा एनेस्थेटिक ड्रग की क्वालिटी चैक पर रिपोर्ट में सैंपल स्टरलिटी, फ्री फैटी एसिड, pH, प्रोपोफोल डिमर और बेक्टिआन टेस्ट में फेल रहे थे। मरीजों के ब्लड प्रेशर स्तर अचानक कमी आने पर किडनी फेल होना शामिल था।