एनआईए के बड़े ऑपरेशन: पीएफआई के खेमे में खलबली
एनआईए (major operations) को एंटी टेरर सर्च ऑपरेशन में भारी कैश, डिजिटल डिवाइस, आपत्तिजनक दस्तावेज और तेजधार हथियार बरामद हुए हैं। मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने कहा कि आंकड़े और सबूत पाए गए हैं उसके मुताबिक सिमी से भी अत्यधिक खतरनाक उग्रवादी संगठन पीएफआई (major operations) है जिसको तत्काल नेस्तनाबूद किया जाना जरूरी है।
इसे लेकर दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह ने उच्चस्तरीय बैठक भी की जिसमें एनएसए चीफ अजीत डोभाल और एनआईए चीफ समेत तमाम बड़े अधिकारी मौजूद रहे। 2006 में पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया का गठन किया गया था और इसे तब से ही उग्र इस्लामिक संगठन माना जाता रहा है।
इसके बावजूद यूपीए सरकार ने कभी कोई कार्रवाई नहीं की। मंच ने सीधे तौर पर आरोप लगाया ,भले ही पीएफआई का दावा है कि वह समाजसेवा और लोगों को उनका हक दिलाने के लिए काम करता है लेकिन समाज को तोड़ने और वैमनस्य फैलाने का काम करता पाया गया है ।
छापेमारी के दौरान जो कुछ भी सामने आया है उसकी मदद से इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने का पूरा आधार बनता है। केंद्र सरकार, स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया यानी सिमी की तरह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगा सकती है साफ तौर पर सरकार की कार्रवाइयों का समर्थन करता है और इस पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन पर अति शीघ्र कठोरतम कार्रवाई की मांग करता है।