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पर्यटकों के लिए पैंगोंग झील के करीब नए इलाके खोले( पैंगोंग झील) 

नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लद्दाख में पैंगोंग झील ( पैंगोंग झील)  के उत्तर में रणनीतिक चांग चेनमो सेक्टर के करीब आम नागरिकों के लिए बंद दो इलाकों को टूरिस्टों के लिए खोल दिया है. वहीं चीन के साथ सीमा गतिरोध चौथे साल भी जारी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे पहले 14 सितंबर को एक सर्कुलर जारी करके विदेशी पर्यटकों को लेह से 254 किमी पूर्व हानले में रात भर रुकने की अनुमति दी थी. पर्यटक अब अपनी चार पहिया गाड़ियों या मोटरसाइकिल से लेह से 184 किलोमीटर पूरब में 18,314 फीट ऊंचे मार्सेमिक ला दर्रा तक जा सकते हैं.

यह चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के विवादित इलाकों तक जाने वाले रणनीतिक क्षेत्र का प्रवेश द्वार है. एलएसी इस दर्रे से महज 5 किलोमीटर पूरब में है. अधिक साहसी टूरिस्टों के लिए मार्सेमिक ला दर्रे के पश्चिम में मौजूद ज्यादा ऊंचाई वाली स्को घाटी ट्रैकिंग का विकल्प है. यह ट्रैक पैंगोंग झील के पश्चिमी सिरे के पास युरगो गांव से शुरू होता है. यह घाटी हरे-भरे चरागाहों और सुंदर झीलों से घिरी हुई है. इन फैसलों से सीमा के इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. यह सुरक्षा बलों की आंख और कान के रूप में कार्य करने वाले स्थानीय निवासियों के लिए आजीविका के अवसर पैदा करके सीमावर्ती गांवों/बस्तियों से प्रवास को रोकने की केंद्र की रणनीति का एक प्रमुख तत्व है.

इसके साथ ही दिसंबर में डार्क स्काई रिजर्व के रूप में अधिसूचित हानले में विदेशियों को रात बिताने की अनुमति देने से खगोल-पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. लद्दाख में मार्सेमिक ला दर्रे को आम लोगों के लिए खोलना भारत के कब्जे को मजबूत करने की रणनीति को दिखाती है, जो धीरे-धीरे पर्यटकों के लिए आगे के इलाकों को खोल रही है. समझा जाता है कि इस कड़ी में अगली जगह त्सोग्त्सालो हो सकता है, जो मार्सेमिक ला में रिमदी चू और चांग चेनमो नदियों के संगम के पास एक चरागाह है. यहां 21 अक्टूबर, 1959 को शहीद हुए 10 सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में पुलिस स्मारक
इन जवानों के गश्ती दल पर चीनियों ने हमला किया था. बहरहाल इन सबमें कुछ समय लग सकता है क्योंकि इन इलाकों में कोई नागरिक बुनियादी ढांचा नहीं है. भारतीयों के लिए इनर लाइन परमिट सिस्टम को अगस्त 2021 में खत्म कर दिया गया था. फिर भी एलएसी के विवादित हिस्सों के करीब के इलाकों में बड़े पैमाने पर टूरिस्टों के लिए बंद ही रहे.

 

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