दिल्ली समेत उत्तर-मध्य भारत में अभी जारी रहेगा गर्मी (Heat ) का प्रकोप
नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री अधिक 29.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी के अनुसार, अगले कुछ दिनों में दिल्ली में गरज के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहने, बिजली गिरने और सतही हवाएं चलने की उम्मीद है, लेकिन 15 जून तक गर्मी (Heat ) से कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है. स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 जून तक दिल्ली, हरियाणा, उत्तर पश्चिमी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हीटवेव की स्थिति बने रहने की उम्मीद है.
पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार और झारखंड के इलाकों में भी लू का प्रकोप अगले 2 दिन तक जारी रहेगा. गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं के कारण पश्चिमोत्तर और मध्य भारत 2 जून से लू की चपेट में है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले 2 दिनों के दौरान पश्चिमी प्रायद्वीपीय तट पर तेज बारिश होने की संभावना है. अगले 5 दिनों तक पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश का मौजूदा दौर जारी रहने की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने मुंबई सहित कोंकण के अधिकांश हिस्सों और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है.
उत्तर प्रदेश में 17 से 20 जून के बीच प्रवेश कर सकता है मानसून
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के लखनऊ केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर कुछ ऐसे कारक तैयार हो रहे हैं, जो पूरे राज्य का मौसम बदल देंगे. अभी 2-3 दिन भीषण गर्मी बर्दाश्त करनी होगी. पूर्वी यूपी के ऊपर निम्न हवा के दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इसका असर 15 जून से दिखेगा. बीच-बीच में बादली छाएंगे, तापमान में भी मामूली गिरावट आ सकती है. मानसून अभी पूर्वोत्तर के राज्यों को भिगो रहा है. उत्तर प्रदेश में 17 से 20 जून के बीच मानसून प्रवेश कर सकता है. बिहार और बंगाल की सीमा पर मौजूद मानसूनी रेखा में मौसम विभाग ने आगामी 2 दिनों में गति पकड़ने की उम्मीद जताई है.
पूर्वोत्तर में मानसून समय पर, दक्षिण की ओर चल रहा 5 दिन पीछे
मौसम विभाग के अनुमानों पर गौर करें तो पाएंगे कि पूर्वोत्तर में मानसून तय समय पर है, लेकिन दक्षिण की ओर लगभग 5 दिन पीछे चल रहा है. ऐसे में मानसून ने अगर गति नहीं पकड़ी तो तय समय पर उसके उत्तर और मध्य भारत पहुंचने की उम्मीद कम है. वहीं अरब सागर के साथ ही बंगाल की खाड़ी में भी मानसूनी गति के मुताबिक हालात हो चुके हैं. इस लिहाज से आने वाले दिनों में मौसम का रुख बदलने और मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद बलवती हुई है. अब मानसूनी सक्रियता का दौर आगे बढ़ा तो ही गर्मी से राहत मिल सकेगी.