इस एक्सप्रेसवे (एक्सप्रेसवे)पर लदे फ्री यात्रा के दिन

नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के 7 जिलों से गुजरने वाले 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (एक्सप्रेसवे) पर अब गाड़ी दौड़ाना आपको महंगा पड़ने वाला है. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अब इस एक्सप्रेसवे पर टोल वसूलने के लिए कंपनी का चयन कर लिया है. एक्सप्रेसवे पर 6 टोल नाकों पर अब आपको 600 रुपये से लेकर 3900 रुपये तक टोल देना पड़ सकता है. हालांकि, अभी टोल दरों का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर टोल वसूलने के लिए एक्सप्रेसवे पर 6 टोल प्लाजा और सात रैंप प्लाजा तैयार हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे यूपी के 7 जिलों इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा और चित्रकूट से गुजरता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में इसका शिलान्यास किया था. रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हुए इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री मोदी ने जुलाई 2022 में किया था. किसी कंपनी द्वारा टोल टैक्स का टेंडर न छुड़ाने के कारण अभी तक इस एक्सप्रेसवे पर वाहन चालक मुफ्त में यात्रा कर रहे थे.
यूपीडा ने फाइनल की कंपनी
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स वसूलने को पहली बार 24 जनवरी को टेंडर मांगे गए थे, लेकिन 100 करोड़ रुपये की शर्त की वजह से केवल एक कंपनी ने टेंडर भरा. फिर इस शर्त को हटाकर कई बार टेंडर मांगे. तब जाकर अब तीन कंपनियों ने टोल टैक्स कलेक्शन का काम करने की इच्छा जताई. यूपीडा की 84वीं बोर्ड बैठक में तीन कंपनियों के प्रस्ताव पेश किए गए. सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली इंद्रदीप कंस्ट्रक्शन कंपनी को टोल टैक्स वसूलने का काम सौंपने पर मुहर लगा दी गई. कंपनी ने सर्वाधिक 68.38 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था.
कितना देना होगा टोल?
यूपीडा ने अभी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए टोल दरों का ऐलान नहीं किया है. पांच श्रेणी के वाहनों के लिए अलग-अलग टोल टैक्स तय किया गया है. माना जा रहा है कि सामान्य ट्रक व निर्माण में काम आने वाले भारी मशीन वाहनों को करीब 3,000 रुपये और सात एक्सल से ज्यादा बड़े वाहनों को लगभग 3,900 रुपये टोल देना होगा. यात्री बसों को लगभग 950 रुपये और कार आदि चार पहिया वाहनों के लिए टोल दरें लगभग 600 रुपये हो सकती हैं.ने वाला है.