धर्म - अध्यात्म
महाशिवरात्रि पर शिवालयों में जुटी श्रद्धालुओं की भीड़, किया दर्शन-पूजन
प्रयागराज (आरएनएस)। प्रयागराज म्ं महाशिवरात्रि पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ शहर के शिवालयों में जुटी। जहाँ भक्तों ने भगवान शिव का दूध,जल,दही, शहद से अभिषेक कर उनका पूजन किया। उन्होंने मनोकामना पूर्ण होने के लिए प्रार्थना भी की। महाशिवरात्रि पर संगम में भारी भीड़ जुटी। श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और दान पुण्य किया। विशेष रूप से शिव मंदिरों में मनकामेश्वर, पड़िला महादेव, नाथेश्वर धाम, तक्षक तीर्थ, कमौरी नाथ बरुआ बाबा, पंचमुखी महादेव समय समेत तमाम शिवालियों में महादेव की पूजा और रुद्राभिषेक किया गया। यमुना तट पर स्थित भगवान शिव के मनकामेश्वर मंदिर में भोर से श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। अधिक भीड़ होने से सड़क पर कई किलोमीटर लंबी कतार देखने को मिली।
मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि भोर से ही भगवान शिव का दर्शन और पूजन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हुई है। वहीँ शिवकुटी में गंगा के तट पर कोटेश्वर महादेव में भी लोगों ने जलाभिषेक किया। शिव कचहरी में भी भक्तों ने भगवान नारायण के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक कर अपने मनोकामना पूर्ण होने के लिए पूजन-अर्चन किया।महाशिवरात्रि पर्व पर अरैल स्थित प्राचीन सोमेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने को शुक्रवार भोर से भारी भीड़ उमड़ी रही। भीड़ का आलम यह था कि लोगों को दर्शन के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ा। वहीं इस मौके पर अरेल घाट पर स्नानार्थियों की भीड़ भी पूरे दिन रही। स्नान के बाद लोगों ने जल भर कर ले गए और शिवालयों में जलाभिषेक किया। लोगों ने मंगलकामना के साथ जल, दूध, शहद, गन्ने का रस एवं दही से शिवलिंग का अभिषेक किया।
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर सोमेश्वर महादेव मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया था। भीड़ को देखते हुए मंदिर और उसके आसपास पुलिस फोर्स तैनात रही। उनके सहयोग में नागरिक सुरक्षा कोर और सिविल डिफेंस के स्वयंसेवी भी लगे रहे। इसी प्रकार क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में सुबह से भी शिवार्चन के लिए लोगों की भीड़ जमा रही।
महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ माघ मेले का समापन
प्रयागराज के संगम तट में लगे आस्था के सबसे बड़े वार्षिक समागम माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि का सकुशल समापन हो गया। महाशिवरात्रि पर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई। प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से इस बार के माघ मेले को दिव्य, भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए कई नवाचार भी किए गए।
त्रिवेणी के तट पर लगे माघ मेले के आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर 9.50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई है। माघ मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद के मुताबिक सुबह से ही संगम में महा शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। शाम 4:00 तक संगम में 9.50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई है। उन्होंने यह भी बताया है कि 54 दिनों तक चले इस माघ मेले के 6 प्रमुख स्नान पर्वों पर 3 करोड़ 27 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है।
आगामी महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखकर इस बार माघ मेले का आयोजन योगी सरकार ने किया था। इसीलिए यह माघ मेला महाकुंभ के लिए नवाचार की प्रयोगशाला भी रहा। माघ मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद बताते हैं कि इस बार के माघ मेले में कई नए नवाचार किए गए। माघ मेला में पहली बार रोशनी की सतत व्यवस्था और विद्युत की बचत के लिए 165 से अधिक एलइडी सोलर हाइब्रिड स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी। स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र में 21 हजार शौचालय बनाए गए हैं।
माघ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु 10 वाटर एटीएम लगाए गए। मेला क्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर थीमैटिक और स्पाइरल लाइट का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा मेला क्षेत्र के पॉन्टून पुल में पहली बार डेलिनेटर्स लाइट्स का इस्तेमाल किया गया है। मेला क्षेत्र के दो पांटून पुल में इसका प्रयोग किया गया। सिंचाई विभाग की तरफ से मेला क्षेत्र में नदियों के पानी के बहाव से होने वाले कटाव को रोकने के लिए पहली बार जियो बैग का इस्तेमाल किया गया। माघ मेला में आने वाली श्रद्धालुओं और पर्यटकों की लाखों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी पहली बार प्रभावी रूप से किया गया।