पुरानी दोस्ती ने दिखाया रंग !
जमीन से खनिज निकालने वाले विभाग का जिम्मा संभाल चुकी अफसर मैडम की पावर का लोहा अब ब्यूरोक्रेसी में उनके कई सीनियर भी मानने लगे है. मैडम की मौजूदा सरकार में तो अच्छी पैठ है ही, साथ ही विपक्षी दलों के साथ भी मैडम की ट्यूनिंग इतनी बेहतरीन है कि वह किसी मजबूत अफसर को भी इधर से उधर करने का दम रखती हैं. दरअसल, मैडम जब विभाग में अहम पद पर थीं, उस समय उनकी अपने विभागीय मुखिया से कुछ विभागीय मुद्दों को लेकर असहमति हो गई थी.
इसके कुछ महीनों बाद मैडम को विभाग से हटा दिया गया. उस समय साहब मैडम पर भारी पड़े थे. मगर मैडम के मन में इस बात का मलाल था, तो उन्होंने भी समय का इंतजार किया. हाल ही में साहब को लेकर विपक्षी पार्टी की तरफ से एक सोशल मीडिया पोस्ट हुआ, जिसमें साहब की संपत्ति से लेकर उनके गृह प्रदेश में उनके द्वारा करवाया जा रहे निर्माण कार्य का ब्योरा दिया गया था. साहब को लगता है कि इसके पीछे पुरानी मैडम का हाथ है |
उन्हें यह भी लगता है कि मैडम की विपक्षी दल में गहरी पैठ है और उन्होंने अपने पुराने संपर्कों का फायदा उठाकर साहब के खिलाफ माहौल बनाया. इसके बाद साहब को उस विभाग से हाथ धोना पड़ा. वैसे साहब और मैडम की ऊर्जा का स्रोत तो एक ही है. मगर कहते हैं न जब गुरु के दो चहेते शिष्यों के बीच लड़ाई हो, तो शिष्य खुद को साबित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं…