महात्मा गांधी को लेकर नया विवाद

कोट्टायम । केरल (new controversy) में महात्मा गांधी को लेकर नया विवाद (new controversy) खड़ा हो गया है, जिसमें कांग्रेस समेत कई दल भाजपा के खिलाफ उतर आए हैं दरअसल, मध्य केरल के वैकोम शहर में प्रसिद्ध शिव मंदिर के ट्रस्टी का घर ताड़ी निकालने वाले कम्युनिस्ट समर्थित यूनियन का कार्यालय है। उन्होंने कहा, ‘जिन्होंने महात्मा गांधी को मार डाला, आपको लगता है कि क्या वे मुझे छोड़ देंगे?’ उधर, सीएम बसवराज बोम्मई ने सिद्धारमैया पर हुए हमले की निंदा की।
साथ ही नसीहत दी, ‘सिद्धारमैया विपक्ष के नेता हैं जिनकी अपनी मर्यादा है। गांधी ने मंदिर के तत्कालीन ट्रस्टी देवन नीलकंदन नंबूदिरी से बातचीत करनी चाही। तब नंबूदिरी ने कहा कि रिवाज उन्हें घर से बाहर जाकर लोगों से मिलने की अनुमति नहीं देता और उन्होंने गांधी से घर आकर मिलने के लिए कहा। विपक्षी नेता को इसकी जिम्मेदारी सीखनी होगी।’
भाजपा की मांग है कि कार्यालय बंद कर इस घर को गांधी स्मारक के तौर पर विकसित किया जाए। विपक्षी दलों का कहना है कि गांधी के अपमान वाली जगह को स्मारक बनाना सही नहीं है। इसके बारे में केरल के पूर्व मंत्री और सीपीआई के वरिष्ठ नेता मुलक्कारा रत्नाकरन ने बताया था कि 1963 में नंबूदरी के वंशज आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे।
उन्हें अपने परिवार में शादी के लिए पैसे जुटाने थे। खासकर जहां गांधी को अपमानित किया गया। मलयालम लेखक एस शारदाकुट्टी ने सुरेंद्रन की ओर से छेड़े गए इस नए विवाद को निचली जातियों के लोगों के साथ भाजपा का दुर्व्यवहार बताया।1925 में शिव मंदिर में दलितों और अन्य निचली जातियों को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के लिए वैकोम सत्याग्रह चल रहा था। इसी आंदोलन के समर्थन में महात्मा गांधी इस शहर में आए थे।