“Never a Bystander इण्डियन रेलवेज़ इन ट्रॉंजिशन”
श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय रेलमंत्री ने “Never a Bystander इण्डियन रेलवेज़ इन ट्रॉंजिशन” पुस्तक का विमोचन किया । Never a Bystander के लेखक पूर्व अतिरिक्त सदस्य ट्रांसफॉर्मेशन, नियोजन एवं रेल विद्युतीकरण श्री सुधीर कुमार हैं ।
यह पुस्तक परिवर्तन और रूपांतरण, जो कि पाठकों को भारतीय रेलवे की अविश्वसनीय दुनिया के बारे में एक आंतरिक दृष्टिकोण प्रदान करती है, की वास्तविक कहानियों का संग्रह है ।
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सरकारी संगठन में सफल परिवर्तन लाना एक कठिन प्रयास है । किसी भी मामले में कई प्रयास विफल हो जाते हैं । इसे सफल कैसे किया जाए, वह इस पुस्तक को पढ़कर समझा जा सकता है । अटल सत्यनिष्ठा, सेवा अभिविन्यास, सीखने की चपलता और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का सहज उपयोग लेखक के रूपांतरणकारी एजेंडा के स्तंभ रहे हैं ।
उन्होंने लगातार गलत धारणाओं को चुनौती दी है । वह प्रत्यक्ष अवलोकन के माध्यम से क्षेत्र के लोगों के साथ जुड़े रहे हैं और एक सफल बदलाव के लिए स्वयं को समर्पित किया है । यह पुस्तक इन प्रयासों को कथात्मक प्रारूप में प्रस्तुत करती है ।