नेतन्याहू का पलटवार रॉकेट की बौछार(बौछार)

यरुशलम: रूस-यूक्रेन के बीच अभी युद्ध खत्म भी नहीं हुआ था कि अब इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग छिड़ गई है. दुनियाभर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक हमास ने इजरायल पर रॉकेटों की बरसात कर दी और चारों ओर लाशें बिछा दीं. दरअसल, शनिवार को एक प्रमुख यहूदी अवकाश के दौरान सुबह एक अभूतपूर्व अप्रत्याशित हमले में हमास के आतंकियों ने गाजा पट्टी के निकट इजरायली शहरों पर हजारों रॉकेट दागे और वहां दर्जनों लड़ाके भेजे, जिसमें कम से कम 200 लोग मारे गए हैं.
इजरायल ने कहा कि वह अब हमास के साथ युद्धरत है और जवाबी कार्रवाई में गाजा पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं. हमला शुरू होने के कई घंटे बाद भी, हमास के आतंकी कई इजरायली इलाकों में गोलीबारी कर रहे हैं. हमास के इस हमले ने इजरायल को चौंका दिया है. हालांकि, इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की है और फिलिस्तीन पर ताबड़तोड़ बमवर्षा (बौछार) कर उसके 232 लोगों को मार गिराया है.
इजरायल की राष्ट्रीय बचाव सेवा ने कहा कि कम से कम 200 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं, जिससे यह इजरायल में पिछले कुछ वर्षों में सबसे घातक हमला बन गया है. इसके अलावा, अज्ञात संख्या में इजरायली सैनिकों और नागरिकों को पकड़कर गाजा में ले जाया गया है. गाजा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में कम से कम 232 लोग मारे गए हैं और कम से कम 1,610 घायल हुए हैं. हमले के स्तर और समय ने इजरायलियों को चौंका दिया. हमास के लड़ाकों ने लंबे समय से अवरुद्ध भूमध्यसागरीय क्षेत्र को घेरने वाली सीमा बाड़ को तोड़ने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल किया, फिर मोटरसाइकिल, पिकअप ट्रक, पैराग्लाइडर और तेज गति वाली नौकाओं से तट पर पहुंच गए.
इजरायली कस्बों की सड़कों पर मृत इजरायली नागरिकों और हमास चरमपंथियों के शव देखे गए. एसोसिएटेड प्रेस की तस्वीरों में बंदूकधारियों से घिरी एक अपहृत बुजुर्ग इजरायली महिला को एक गोल्फ कार्ट पर गाजा में वापस लाते हुए देखा गया. वहीं एक अन्य महिला मोटरसाइकिल पर दो लड़ाकों के बीच बैठी हुई दिखी. ऐसी तस्वीरें सामने आयी हैं, जिसमें हमास के बंदूकधारी काबू किए गए सैनिकों और नागरिकों को मोटरसाइकिलों पर गाजा में लाते हुए दिखे. साथ ही इसमें वे इजरायली सैन्य वाहनों को सड़कों पर घुमाते हुए दिखे. साथ ही सोशल मीडिया पर हमास लड़ाकों के कई वीडियो प्रसारित हो रहे हैं. एक वीडियो में गाजा के भीतर एक इजरायली सैनिक के शव को फिलिस्तीनियों की गुस्साई भीड़ द्वारा घसीटते हुए देखा जा सकता है.
इस हमले के एक बड़े संघर्ष में तब्दील होने का खतरा उत्पन्न हो गया है. हमास-इजरायल के बीच पिछले संघर्षों में गाजा में बड़े पैमाने पर लोगों की मौत और विनाश हुआ था. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ‘हम युद्धरत हैं.’ नेतन्याहू ने इसके साथ ही एक व्यापक सैन्य लामबंदी की घोषणा भी की. उन्होंने कहा, ‘यह कोई अभियान नहीं, बल्कि एक युद्ध है.’ हमास की तरफ से भारी संख्या में रॉकेट दागे जाने और दक्षिणी इजरायल में चरमपंथियों की घुसपैठ के बाद नेतन्याहू ने टेलीविजन पर अपने संबोधन में यह बात कही. उन्होंने दावा किया कि हमास ‘ऐसी कीमत चुकाएगा, जैसा उसने सोचा भी न होगा.’
शनिवार को बाद में शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक में, नेतन्याहू ने कहा कि पहली प्राथमिकता दुश्मन घुसपैठियों से इलाके को खाली कराना, फिर ‘दुश्मन से भारी कीमत वसूलना’ और अन्य क्षेत्रों को मजबूत करना है, ताकि कोई अन्य उग्रवादी समूह युद्ध में शामिल न हो. इजराइल में यह गंभीर आक्रमण सिमचैट टोरा के दिन हुआ, खुशी वाला ऐसा दिन जब यहूदी ‘टोरा स्क्रॉल’ पढ़ने का वार्षिक चक्र पूरा करते हैं. इससे व्यावहारिक रूप से आज से 50 साल पहले 1973 के युद्ध की यादें ताजा हो गईं, जिसमें इजराइल के दुश्मनों ने यहूदी कैलेंडर के सबसे पवित्र दिन योम किप्पुर पर आश्चर्यजनक हमला किया था.
हमास की तरफ से जबरदस्त हमले के बाद नेतन्याहू और उनके गठबंधन सहयोगियों की आलोचना तेज हो गई है, जिनके प्रचार अभियान में गाजा से खतरों के खिलाफ अधिक आक्रामक कार्रवाई पर जोर दिया गया था. इजराइल पर लगभग 2,500 रॉकेट दागे गए, जिसके जवाब में इजराइली सेना ने गाजा में हमला किया. इजराइल की सेना ने कहा कि उसके सैनिक हमास के उन आतंकियों के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन्होंने कम से कम सात स्थानों पर इजराइल में घुसपैठ की थी. सेना ने कहा कि आतंकी बाड़ को पार करके आए थे और यहां तक कि पैराग्लाइडर के जरिए हवा के माध्यम से भी इजराइल पर हमला किया.
इजराइली नागरिकों और सैनिकों के अपहरण ने इजराइल के लिए एक पेचीदा मुद्दा उत्पन्न कर दिया है. अपहृत इजराइलियों की संख्या का तत्काल पता नहीं चल पाया है. हमास द्वारा जारी किए गए वीडियो में कम से कम तीन इजराइलियों को जिंदा पकड़े हुए दिखाया गया है. वहीं ‘एपी’ की तस्वीरों में कम से कम तीन नागरिक गाजा में ले जाते हुए दिखे, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. इज़राइली सेना ने इसकी पुष्टि की कि कई इजराइली लोगों को बंदी बना लिया गया है. हमास ने वरिष्ठ अधिकारियों सहित ‘बड़ी संख्या में’ इजराइली कैदियों को कब्जे में रखा है.
पिछले साल इजराइल की धुर-दक्षिणपंथी सरकार ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में बस्तियों का निर्माण तेज कर दिया है. इजराइली निवासियों की हिंसा ने वहां सैकड़ों फलस्तीनियों को विस्थापित कर दिया है और यरुशलम के पवित्र स्थल के आसपास तनाव बढ़ गया है. हमास की सैन्य शाखा के नेता मोहम्मद देइफ ने ‘ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म’ की शुरुआत की घोषणा की. यरुशलम में स्थित अल-अक्सा मस्जिद परिसर इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है और यह यहूदियों के लिए सबसे पवित्र स्थल पर स्थित है जिसे वे टेंपल माउंट कहते हैं.
देइफ सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आता है. उसने रिकॉर्ड किए गए संदेश में कहा “बहुत हो गया.” देइफ ने पूर्वी यरुशलम से उत्तरी इज़राइल तक फ़लस्तीनियों से लड़ाई में शामिल होने का आह्वान किया. सेडरोट शहर में, एक बस शेल्टर पर गोलियों से भून दिए गए कम से कम छह लोगों के शव सड़क पर स्ट्रेचर पर रखे हुए दिखे.
इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने एक टेलीविजन संबोधन में चेतावनी दी कि हमास ने ‘एक गंभीर गलती’ की है. उन्होंने वादा किया कि ‘इजराइल इस युद्ध को जीतेगा.’ पश्चिमी देशों ने हमले की निंदा की और इजराइल के प्रति अपना समर्थन दोहराया, जबकि अन्य ने दोनों पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ‘अमेरिका स्पष्ट रूप से इजराइली नागरिकों के खिलाफ हमास चरमपंथियों द्वारा किए गए अकारण हमलों की निंदा करता है. हम इजराइल की सरकार और लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं और इन हमलों में मारे गए इजराइली लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं.’
दक्षिणी इजराइल में हमास के लड़ाकों की घुसपैठ के बाद लाखों इजराइली सुरक्षित कमरों में छिपने के लिए मजबूर हुए हैं. गाजा के पास सेना द्वारा सड़कें बंद करने से शहर और कस्बे खाली हो गए. इजराइल की बचाव सेवा और गाजा में फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से रक्तदान करने की अपील की.