अपराध

electricity department की लापरवाही, किसी की जान पर पढ़ ना जाए भारी !

कुरावली/मैनपुरी ( अजय पांडेय )- विद्युत विभाग चाहे लाख दावे कर ले कि हमारे विभाग के द्वारा बिछाई गई सभी लाइनें दुरुस्त हैं। लेकिन यह सभी दावे पूरे के पूरे खोखले साबित होते हुए नजर आ रहे हैं। विद्युत उपभोक्ता अब पूरी तरह से विभाग के लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों को कोसते हुए नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि क्षेत्र के लखौरा विद्युत सब स्टेशन से पोषित गांव त्रिलोकपुर और मिढ़ावली में हाईटेंशन लाइन का पोल छतिग्रस्त है। लेकिन यह पोल को बदलवाने के लिए नोडल अधिकारी के अलावा अवर अभियंता से लेकर अधीक्षण अभियंता तक ने जहमत नहीं जुटा पाई है। शायद यह अधिकारी कोई बड़ा हादसा होने के इंतजार में हाथ पर हाथ रखकर तमशबीन बने हुए हैं।

ग्रामीणों ने कई बार बदलवाने के लिए विद्युत अधिकारियों से लगाई गुहार

दरअसल गांव त्रिलोकपुर के ग्रामीणों ने इस पोल को बदलवाने के लिए कई बार अवर अभियंता विशंभर सिंह, तत्कालीन उपखंड अधिकारी संजीव कुमार समेत अन्य विद्युत अधिकारियों से इस पोल को बदलवाने के लिए गुहार लगाई। लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला रहा।

                            मुख्य मार्ग पर है छतिग्रस्त पोल

क्षेत्र के गांव त्रिलोकपुर और मिढ़ावली में दोनों ही जगह छतिग्रस्त हुए पोल मुख्य मार्ग पर हैं। इस मुख्यमार्ग का नाम लखौरा – औंछा संपर्क मार्ग है। जो यह एनएच – 91 से शुरू होकर एनएच – 2 को जोड़ता हुआ समाप्त होता है। इस मुख्य मार्ग से रात और दिन छोटे और बड़े वाहनों का आवागमन होता रहता है। जिससे कभी भी कोई भी अनहोनी होने की आशंका बनी रहती है।

विद्युत सब स्टेशन पर उपलब्ध हैं पांच पोल – जब विद्युत सब स्टेशन पर विद्युत पोल भी उपलब्ध हैं। फिर भी छतिग्रस्त पोलों को बदलने में पूरी तरह से लापरवाही बरती जा रही है। वो भी शायद इसलिए कि जब कोई अप्रिय घटना हो जायेगी। उसके बाद वह छतिग्रस्त पोल को बदलकर पीड़ित परिवार को शान्तवना दी जायेगी।

कलमनबीस से क्या बोला अवर अभियंता

जब एक प्रमुख समाचार पत्र के कलमनबीस के द्वारा छतिग्रस्त हुए पोलों को बदलवाने के लिए अवर अभियंता विशंभर सिंह से फोन किया गया तो उसके द्वारा कहा गया कि क्या आपने विद्युत विभाग का ठेका ले रखा है। पोल को बदलवाने के लिए कार्यदाई संस्था के ठेकेदार को बोल दिया है। जब उसकी मर्जी होगी तब वह बदल देगा। जब कलमनबीस के द्वारा कहा गया कि जब किसी स्थान पर कोई हादसा हो जाता है। तो ऐसे में हादसे के दूसरे ही दिन छतिग्रस्त हुए लाइन कैसे सही हो जाती है। जिसपर अवर अभियंता के द्वारा कहा गया कि ये सब मुझे नहीं पता, इतना कहते ही फोन काट दिया गया।

क्या बोले उपखंड अधिकारी

जब इस मामले में उपखंड अधिकारी कुरावली पियूष शुक्ला से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मामला संज्ञान में है। इस संबंध में संबंधित अवर अभियंता को निर्देशित किया गया है। जल्द ही छतिग्रस्त पोल को बदलवा दिया जायेगा।

एक लाख से ऊपर के विद्युत बिल बकायेदारों पर विद्युत विभाग की टेडी नज़र

अगर बकायेदारों ने बिल जमा नहीं किया तो उनकी खैर नहीं – पियूष शुक्ला

बकायेदारों के विरुद्ध चलेगा लगातार डिस्कनेक्शन अभियान – पियूष

कुरावली/मैनपुरी – बीती 15 जुलाई तक सूबे की सरकार के द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं को उनके बिल में लगे 30 अप्रैल तक के ब्याज को पूरी तरह से माफ करते हुए उन्हें बिल जमा करने में सहूलियत दी थी। लेकिन धरातल पर बकायेदार विद्युत उपभोक्ताओं ने इस योजना का बेहद कम स्तर पर लाभ लिया। अब विभाग ने बकायेदारों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है।
आपको बता दें कि विद्युत उपखंड से पोषित आठ सब स्टेशन से करीब 597 ऐसे विद्युत उपभोक्ता हैं जिन पर विभाग का एक लाख से ऊपर का बिल बकाया है। इन उपभोक्ताओं ने ना तो ओटीएस योजना का लाभ लिया और ना ही अपना बकाया बिल जमा करने की कोशिश कर रहे हैं। अब विद्युत विभाग ने इन उपभोक्ताओं के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। अब विधुत बिल बकायेदार उपभोक्ताओं के विरुद्ध लगातार अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी।

क्या बोले उपखंड अधिकारी

वहीँ जन इस मामले में उपखंड अधिकारी कुरावली पियूष शुक्ला से जानकारी की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि विभाग ऐसे उपभोक्ताओं को वरीयता के साथ चिन्हित कर रहा है। जिनपर एक लाख से ऊपर का विधुत बिल का बकाया है। जिनके द्वारा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा बारम्बार बिल जमा करने के लिए प्रेरित भी किया गया। लेकिन उनके द्वारा आज तक अपने बकाये बिल का भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे उपभोक्ताओं के विधुत संयोजन का अस्थायी रूप से विच्छेदन किया जायेगा। जिसके साथ ही उनके परिसर पर लगे विधुत मीटर को उतारने की कार्यवाही की जाएगी। जिसके बाद वह उपभोक्ता यदि पुनः अपना बकाया बिल जमा किये हुए विधुत आपूर्ति का प्रयोग करते हुए पाए जाते हैं, तो उनके विरुद्ध विधुत अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराते हुए कार्यवाही की जाएगी।

संविदाकर्मियों की सुझबुझ से विभाग के बचे 51000 –

कुरावली/मैनपुरी- शुक्रवार की देर रात्री कस्बा में विधुत सब स्टेशन के सामने लगे 250 केबी क्षमता के ट्रांसफार्मर में अचानक फाल्ट हो गया। जिससे इस ट्रांसफार्मर से पोषित करीब 225 विधुत उपभोक्ताओं के घरों की बत्ती गुल हो गयी। वहीँ सुबह जब संविदाकर्मियों के द्वारा परिवर्तक कपो चेक किया गया तो उसके एलटी पैनल में अर्थिंग फाल्ट की समस्या पायी गयी।
जिसके बाद उपखंड अधिकारी पियूष शुक्ला और अवर अभियंता पंकज कनौजिया की निगरानी में संविदाकर्मियों ने ट्रांसफार्मर को खोलकर उसके फाल्ट को सही करना शुरू कर दिया। जिसके बाद करीब दो घंटे की कड़ी मस्सक्कत के बाद ट्रांसफार्मर को सही कर विधुत आपूर्ति को सुचारू कर दिया। ट्रांसफार्मर को सही करने वाली टीम में संविदाकर्मी सुमित शाक्य, आकाश शाक्य, रवी और कन्हैया मौजूद थे।

अवर अभियंता ने दी नुक्सान होने की जानकारी – वहीँ इस ट्रांसफार्मर के छतिग्रस्त होने से विभाग को पुनः इस ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराने पर करीब 51000 रुपये का नुकसान हो जाता। जो हमारे संविदाकर्मियों ने अपनी सूझबुझ और मेहनत करके विभाग के होने वाले नुक्सान को बचा लिया।- पंकज कनौजिया, अवर अभियंता, कुरावली

कस्बा वासियों ने संविदाकर्मियों की करी प्रंशसा – जिस समय विधुत ट्रांसफॉर्मर को सही करने के लिए संविदाकर्मियों की टीम के द्वारा उसे खोलकर सही किया जा रहा था, तो कस्बावासियों के द्वारा उनकी काफी प्रशंसा की जा रही थी। कोई तो बोल रहा था कि क़स्बा कुरावली के विधुत सब स्टेशन पर तैनात संविदाकर्मी बहुत ही मेहनती हैं। आज इन्होने अपनी मेहनत और हुनर के दम पर विधुत विभाग को होने वाली छति को बचाया है। इन संविदाकर्मियों ने गागर में सागर भरने के बराबर कार्य किया है। इनकी जीतनी भी प्रशंसा की जाए वह कम ही होगी।

विधुत विभाग की कार्यप्रणाली का कोई जबाब नहीं,

कागजों में उपभोक्ता में संयोजन का हुआ स्थायी विच्छेदन, असल में नहीं

स्थायी विच्छेदन कराने के बाद भी विभाग ने भेजी 1.09 लाख की

बरनाहल/ मैनपुरी- यदि विधुत विभाग के कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के द्वारा सुविधा शुल्क ना दी जाए तो उसके बने बनाए काम को नहीं करेंगे। चाहे उपभोक्ता ऐसे भ्रष्ट कर्मियों के सामने माथा टेके या सर पटके, उनेहं इस बात से कोई भी फर्क पढ़ने वाला है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जो विकासखंड बरनाहल क्षेत्र के गाँव विरथुआ निवासी शिवराज सिंह पुत्र ज्ञान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके नाम पर एक आटा चक्की का कनेक्शन था। जिसे स्थायी रूप से काटने के लिए उसने विधुत विभाग को आवेदन किया। जिसमें तत्कालीन अधिशाषी अभियंता आर. बी. राय के द्वारा विधुत कनेक्शन काटने के लिए सम्बंधित उपखंड आधिकारी को आदेशित कर दिया।

इसी तरह से तत्कालीन उपखंड अधिकारी संजय शर्मा ने तत्कालीन अवर अभियंता अरविन्द कुमार बघेल को जांच कर आख्या देने के लियी आदेशित किया गया। जिसमें अवर अभियंता ने विधुत कनेक्शन काटने के लिए अपनी संस्तुति कर दी। इसी तरह से तत्कालीन उपखंड अधिकारी के द्वारा संस्तुति करते हुए आवेदन पत्र वापस से अधिशाषी अभियंता के लिए भेज दिया गया। जिसमें दिनांक 16 जुलाई 2018 को संस्तुति कर दी गयी। जिसपर विधुत उपभोक्ता से स्थायी रूप से कनेक्शन को काटने के लिए जो शुल्क जमा करना होता है। वह भी जमा करा कर उपभोक्ता के परिसर पर लगे ट्रांसफार्मर और मीटर को उतारकर विभाग में जमा कर दिया गया।

तृतीय खंड में तैनात बाबू ने उपभोक्ता से मांगी बीस हज़ार की सुविधा शुल्क –

उपभोक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि विधुत वितरण खंड तृतीय के कार्यालय में तैनात बाबू सचिन ने मुझसे कनेक्शन काटने के बदले में बीस हज़ार रुपये की मांग की थी। जब मैंने उन्हें रुपये देने से मना कर दिया तो उन्होंने मेरे कनेक्शन को कटाने के लिए नेट पर नहीं चढ़ाया। यदि में उस दिन उन्हें यह सुविधा शुल्क दे देता तो आज मेरे कनेक्शन को वह काट देते।

विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता के घर पहुंची 1.09 लाख की आरसी

विधुत उपभोता शिवराज सिंह ने बताया कि विधुत विभाग के अधिकारियों और लापरवाही की बजह से आज मेरे घर पर 1.09 लाख की आरसी भेज दी गयी है। जबकि मैंने वर्ष 2018 में ही अपने विधुत कनेक्शन को काटने के लिये आवेदन कर दिया था और विधुत विभाग के अधिकारियों ने मेरे कनेक्शन को काटने के लिए संस्तुति करते हुए जो शुल्क जमा होता है। वह भी जमा करा लिया था। लेकिन फिर भी अब मुझे यह दिन देखना पढ़ रहा है।

क्या बोले अधीक्षण अभियंता – जब इस सम्बन्ध में अधीक्षण अभियंता अतुल कुमार अग्रवाल से बात की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि इस प्रकार का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि उपभोक्ता के द्वारा शिकायत की जाती है. तो निश्चित ही जांच कराइ जाएगी। जांच में जो भी सत्यता आएगी उसके आधार पर कार्यवाही की जायेगी।

संविदाकर्मी और अवर अभियंता की लापरवाही से गयी भैंस की जान

संविदाकर्मी और अवर अभियंता की लापरवाही से गयी भैंस की जानकुरावली/मैनपुरी- क्षेत्र के एक गाँव में विधुत विभाग के अवर अभियंता और संविदाकर्मी की लापरवाही से एक किसान की भैंस की जान चली गयी। जिससे ग्रामीणों में विधुत विभाग के लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध काफी आक्रोश था।

दरअसल क्षेत्र के गाँव अशोकपुर हार खटकनी निवासी भारत पुत्र मोहनलाल ने बताया कि शनिवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे अपनी भैंस को घर से खोलकर बाहर खेत पर बांधने जा रहा था। तभी गली के किनारे लगे एक विधुत पोल में 440 वोल्टेज के करंट की चपेट में आने से मेरी भैंस की मौत हो गयी. वहीँ भैंस की मौत हो जाने के बाद उसने तत्काल मौके पर थाना पुलिस को बुला लिया।

मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने विधुत विभाग के उपखंड अधिकारी पियूष शुक्ला को जानकारी दी। जिसपर वह भी मौके पर पहुँच गए। जिसके बाद उन्होंने मौके पर ही राजस्व विभाग की टीम को भी मौके पर बुला लिया। जिसके बाद मृत भैंस के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीँ राजस्व की टीम ने पीड़ित किसान को है संभव मदद का भरोसा दिलाया। इधर भैंस की मौत हो जाने से किसान का करीब एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

क्षेत्र के एक गाँव में विधुत विभाग के अवर अभियंता और संविदाकर्मी की लापरवाही से एक किसान की भैंस की जान चली गयी। जिससे ग्रामीणों में विधुत विभाग के लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध काफी आक्रोश था।दरअसल क्षेत्र के गाँव अशोकपुर हार खटकनी निवासी भारत पुत्र मोहनलाल ने बताया कि शनिवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे अपनी भैंस को घर से खोलकर बाहर खेत पर बांधने जा रहा था।

तभी गली के किनारे लगे एक विधुत पोल में 440 वोल्टेज के करंट की चपेट में आने से मेरी भैंस की मौत हो गयी. वहीँ भैंस की मौत हो जाने के बाद उसने तत्काल मौके पर थाना पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने विधुत विभाग के उपखंड अधिकारी पियूष शुक्ला को जानकारी दी। जिसपर वह भी मौके पर पहुँच गए।

जिसके बाद उन्होंने मौके पर ही राजस्व विभाग की टीम को भी मौके पर बुला लिया। जिसके बाद मृत भैंस के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीँ राजस्व की टीम ने पीड़ित किसान को है संभव मदद का भरोसा दिलाया। इधर भैंस की मौत हो जाने से किसान का करीब एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

क्या बोले ग्रामीण – वहीँ ग्रामीणों ने नाम ना खोलने की शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि इस विधुत पोल में काफी समय से करंट आ रहा है। जिसे सही कराने के लिए अवर अभियंता विशम्भर सिंह और संविदाकर्मी लाइनमैन बादशाह से काफी बार कहा गया। लेकिन उनके द्वारा इस समस्या का समाधान नहीं किया गया। यदि वह समय रहते इस समस्या का समाधान कर देते तो शायद आज इस भैंस की जान ना जाती।

क्या बोले अधिशाषी अभियंता – जब इस मामले में अधिशाषी अभियंता ओमप्रकाश से बात की गयी, तो उनके द्वारा बताया गया कि मामले की पूरी जांच विधुत सुरक्षा अधिकारियां से जांच कराइ जायेगी। उनके द्वारा की गयी जांच में जो भी सत्यता पायी जाएगी। उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी।

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