एनसीसी महानिदेशक ने किया 67 यूपी बटालियन का निरीक्षण, कैडेट्स को दिए उपहार और सम्मान

लखनऊ -: भारतीय राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह (पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम) दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंचे। दौरे के दूसरे दिन बुधवार को उन्होंने 67 यूपी बटालियन एनसीसी का निरीक्षण किया और वहां चल रही गतिविधियों की विस्तार से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान एनसीसी डीजी का स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया।
इस अवसर पर बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल पुनीत श्रीवास्तव, एडीजी एनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल विक्रम कुमार, सूबेदार मेजर रंजीत कुमार, ट्रेनिंग एनसीओ सीएचएम आनंद कुमार, हेड क्लर्क अखिलेश रस्तोगी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार जितेन्द्र गुप्ता ने महानिदेशक को बटालियन की ट्रेनिंग और प्रशासनिक कार्यों की ब्रीफिंग दी।
लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने जी ब्रांच, क्यू ब्रांच, एकाउंट ब्रांच के दस्तावेज, स्पोर्ट्स स्टोर और ट्रेनिंग गतिविधियों का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के अंत में उन्होंने कैडेट्स के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया और उन्हें उपहार भेंट कर प्रोत्साहित किया।महानिदेशक ने 67 यूपी बटालियन की सराहना करते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश की बेहतरीन बटालियनों में शामिल है, जहां कैडेट्स को एनसीसी प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी करवाई जाती है।
उन्होंने बताया कि इसी प्रशिक्षण का परिणाम है कि 22 कैडेट्स ने हाल ही में एनडीए और एसएसबी जैसी राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षाओं में सफलतापूर्वक स्थान प्राप्त किया है।उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में एनसीसी को और अधिक मजबूती देने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन लाख कैडेट्स की क्षमता वाली एनसीसी अकादमी पर कार्य चल रहा है। बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल पुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि महानिदेशक ने निरीक्षण से संतुष्टि व्यक्त की है और वसुधा को योग प्रशिक्षण तथा शालिनी को पर्वतारोहण जैसे विशेष क्षेत्रों में आगे बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं।
एनडीए व एसएसबी में चयनित कैडेट्स ने अपनी सफलता का श्रेय बटालियन में प्राप्त प्रशिक्षण को दिया।इस अवसर पर महानिदेशक ने 67 बटालियन के ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार जितेन्द्र गुप्ता, क्यू क्लर्क संजय कुमार, कैडेट बीएचएम अंशुल यादव (एसजेएन पीजी कॉलेज) और कैडेट अमृता राय (बीबीडीयू) को विशेष पुरस्कार देकर सम्मानित किया।