प्राकृतिक खेती एक विकल्प बनकर उभरी !

मैनपुरी – ( रामजी लाल गोस्वामी) – करहल रोड स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर राजकीय महाविद्यालय औडन्य पड़रिया मैनपुरी में प्राचार्य डॉ. एस. पी.सिंह के निर्देशन में प्रसार- व्याख्यान प्रकोष्ठ तथा आई. आई. सी. के तत्वावधान में मुख्य वक्ता श्री विजय आनंद गौतम असिस्टेंट प्रोफेसर वाणिज्य ने “भारतीय किसानों की दशा एवम् दिशा” पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्र- छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में प्राकृतिक खेती एक विकल्प बनकर उभर रही है।
केंद्र और राज्य सरकारों से लेकर कृषि वैज्ञानिकों व किसानों द्वारा इस दिशा में अपने कदम बढ़ा दिये गये हैं। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में प्राकृतिक खेती के सुखद परिणाम देश के सामने होंगे। लेकिन वर्तमान समय में किसानों का शोषण, कृषि उपज का उचित दाम न मिलना, किसानों पर बढ़ता कर्ज, किसानों पर बढ़ते हुए शुल्क, बिजली के बढ़ते बिल आदि समस्याएं हैं। किसानों की प्रमुख मांगें पूरी होना तो दूर उनकी हालत और खराब होती जा रही है।
वैश्वीकरण की नीतियों ने उसे बड़ी संख्या में आत्महत्याओं के कगार पर पहुंच दिया। इसी लिए कोई भी आज खेती करने के लिए इच्छुक नहीं है। इस अवसर पर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अजय प्रताप सिंह श्री जितेंद्र पाठक श्री जग जीवन राम कार्यक्रम अधिकारी जय प्रकाश यादव श्री प्रमोद कुमार श्री विजेंद्र कुमार शिवनंदन सिंह एवं छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्यान प्रसार तथा इनोवेशन इक्विटी प्रभारी डॉ. गीता देवी ने किया।