राष्ट्र धारक दल ने ईको गार्डन में किया प्रदर्शन, 13 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा !

लखनऊ -: राजधानी के ईको गार्डन में राष्ट्र धारक दल ने शुक्रवार को अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष करन सिंह के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन के दौरान विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और प्रशासनिक मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया। प्रदर्शन के बाद ज्ञापन हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह को सौंपा गया।प्रमुख मांगों में जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक सख्त कानून लाने और “एक परिवार, दो संतान” का फार्मूला लागू करने की बात शामिल रही। न्याय प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य से अदालतों में वादों के निपटारे की अधिकतम समयसीमा छह माह निर्धारित करने और प्रत्येक ग्राम सभा में ग्राम न्यायालयों की स्थापना तथा प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने की मांग उठाई गई।
राष्ट्र धारक दल ने देश में धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए एक कठोर कानून बनाने, सनातनी मंदिरों और मठों का आर्थिक शोषण बंद करने और “सनातन बोर्ड” के गठन की मांग की। इसके साथ ही 1951 की जनगणना के आधार पर ही नागरिकता मान्य करने की बात कहते हुए सभी अवैध घुसपैठियों की नागरिकता समाप्त कर उन्हें डिटेंशन सेंटर भेजने की मांग की गई।धरने में यह भी मांग की गई कि देश की कुल आबादी का एक प्रतिशत या उससे कम आबादी वाले धार्मिक समूहों को ही अल्पसंख्यक का दर्जा मिले। इसके अलावा, हिंदू, सिख और जैन समुदाय के प्रवासियों को भारत की नागरिकता मिलने में आसानी सुनिश्चित करने का प्रस्ताव भी ज्ञापन में रखा गया।
पार्टी ने शिक्षा का भारतीयकरण कर एक समान शिक्षा बोर्ड लागू करने, पूरे देश में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और जाति प्रमाणपत्र की व्यवस्था को समाप्त कर जातिवाद को सरकारी तंत्र से हटाने की मांग की। साथ ही, मस्जिदों के इमामों या किसी मजहबी संस्था के पदाधिकारियों को सरकारी निधि से वेतन देने की व्यवस्था समाप्त करने, कश्मीर घाटी से विस्थापित सनातनियों का पुनर्वास सुनिश्चित करने तथा सांसद व विधायक पद के प्रत्याशियों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता स्नातक तय करने की मांग रखी गई।धरने में आनंद सक्सेना, शोभित सेठ, जंग बहादुर सिंह, हेमंत श्रीवास्तव, राजकमल मिश्रा, चंद्रप्रकाश मौर्या, काशी प्रकाश और रमाकांत सिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।