राष्ट्रीय शिक्षा नीति ’(National Education Policy) अब मातृभाषा में पढ़ाई के रास्ते खोल रही है: पीएम मोदी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लिए आज का दिन काफी अहम है, क्योंकि करोड़ों की सौगात देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी आए हैं. वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ने सबसे पहले एलटी कॉलेज में पूर्वांचल के सबसे बड़े अक्षय पात्र मिड डे मील किचन का उद्घाटन किया. इसके बाद पीएम मोदी तीन दिवसीय सम्मेलन ‘अखिल भारतीय शिक्षा समागम’(National Education Policy) का उद्घाटन करेंगे. इतना ही नहीं, पीएम मोदी सिगरा स्टेडियममें 1774 करोड़ की 43 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. यह अक्षय पात्र रसोई 24 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है. बताया जा रहा है कि पीएम यहां पर कुछ बच्चों के साथ भोजन भी कर सकते हैं.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब मातृभाषा में पढ़ाई के रास्ते खोल रही है. इसी क्रम में, संस्कृत जैसी प्राचीन भारतीय भाषाओं को भी आगे बढ़ाया जा रहा है. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए देश के एजुकेशन सेक्टर में एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार पर भी काम हुआ है. आज देश में बड़ी संख्या में नए विश्वविद्यालय खुल रहे हैं, IIT और IIM की स्थापना हो रही है.
ये समागम आज ऐसे समय हो रहा है, जब देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. अमृत काल में देश के अमृत संकल्पों को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी हमारी शिक्षा व्यवस्था और युवा पीढ़ी पर है. अखिल भारतीय शिक्षा समागम का ये आयोजन उस पवित्र धरती पर हो रहा है. जहां आजादी से पहले देश की इतनी महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई थी.
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य आधार शिक्षा को संकुचित सोच के दायरे से बाहर निकालना और उसे 21वीं सदी के विचारों से जोड़ना है. हमारे देश में मेधा की कभी कमी नहीं रही. लेकिन दुर्भाग्य से हमें ऐसी व्यवस्था बनाकर दी गई थी, जिसमें पढ़ाई का मतलब नौकरी ही माना गया.
काशी को भी मोक्ष की नगरी इसलिए कहते हैं, क्योंकि हमारे यहां मुक्ति का एकमात्र मार्ग ज्ञान को ही माना गया है. इसलिए शिक्षा और शोध का, विद्या और बोध का मंथन, जब सर्व विद्या के प्रमुख केंद्र काशी में होगा, तो इससे निकलने वाला अमृत अवश्य देश को नई दिशा देगा.
हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम: पीएम
पीएम मोदी ने कहा- नई नीति में पूरा फोकस बच्चों की प्रतिभा और चॉइस के हिसाब से उन्हें कुशल बनाने पर है. हमारे युवा कुशल, आश्वस्त, व्यावहारिक और गणनात्मक हो, शिक्षा नीति इसके लिए जमीन तैयार कर रही है.
आज हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम हैं. स्पेस टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में जहाँ पहले केवल सरकार ही सब करती थी वहां अब प्राइवेट प्लेयर्स के जरिए युवाओं के लिए नई दुनिया बन रही है.
नए भारत के निर्माण के लिए नई व्यवस्थाओं का निर्माण, आधुनिक व्यवस्थाओं का समावेश उतना ही जरूरी है, जो पहले कभी भी नहीं हुआ, जिनकी देश पहले कभी कल्पना भी नहीं करता था, वो आज के भारत में हकीकत बन रहे हैं.
पीएम मोदी: पीएम मोदी इन परियोजनाओं लोकार्पण और शिलान्यास
मिडडे मील भोजन रसोई का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंच गए हैं, जहां वह कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास जानें किन परियोजनाओं का लोकार्पण और किनका शिलान्यास.
शिलान्यास होने वाली 13 परियोजनाएं 1220 .58 लागत (करोड़ में)
1 -लहरतारा से बीएलडब्ल्यू, बीएचयू होते हुए विजया सिनेमा तक छह लेन सड़क का निर्माण- 241.80 करोड़
2 – कचहरी से संदहा तक फोरलेन सड़क का निर्माण-241.89 करोड़
3 – पांडेयपुर फ्लाईओवर से भक्ति नगर कॉलोनी होते हुए रिंग रोड तक-218.66 करोड़
4 – 68 गांवों में जल मिशन योजना के तहत विकास कार्य-212.41 करोड़
5 -सर्किट हाउस में निचले तल पर नये ब्लॉक का निर्माण-3.74 करोड़
6- वाराणसी-भदोही मार्ग का चौड़ीकरण-21.89 करोड़
7 -ग्रामीण इलाकों में पांच नई रोड और चार सीसी रोड का निर्माण-8.29 करोड़
8- बाबतपुर रेलवे स्टेशन के पास आरओबी का निर्माण-32.77 करोड़
9 -वर्ल्ड बैंक की ओर से सारनाथ का पर्यटन विकास-72.66 करोड़
10 अष्टविनायक, द्वादश ज्योतिर्लिंग, अष्टभैरव व नवगौरी जाने वाले मार्गों का पावन पथ के तौर पर विकास कार्य-12.52 करोड़
11 -पंचक्रोशी परिक्रमा यात्रा पर पड़ने वाले पांचों पड़ाव स्थल का पर्यटन विकास कार्य-39.32 करोड़
12 -हबीबपुरा, चेतगंज, पियरी कला और पान दरीबा के वार्डों का पुनर्विकास-27.31 करोड़
13 -संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण-87.36 करोड़
लोकार्पण हेतू प्रस्तावित परियोजनाएं – लगभग 553.54 लागत (करोड़ में)
1- काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में वैदिक विज्ञान केंद्र फेज-II का निर्माण कार्य-9.34
2 -थाना सिंधौरा में अनावासीय भवन का निर्माण कार्य-6.38
3- पिंडरा वाराणसी में अग्निशमन केंद्र का निर्माण कार्य-3.3
4 -लहरतारा शिवपुर मार्ग पर वरुणा नदी पर सेतु का निर्माण कार्य-34.65
5- बाबतपुर-कपसेठी-भदोही मार्ग पर उत्तर रेलवे के सम्पार संख्या 21ए/2टी पर चार लेन रेलवे उपरगामी सेतु का निर्माण कार्य -38.11
6 -डॉ. भीम राव अम्बेडकर क्रीडा संकुल, बड़ा लालपुर, में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य-7
7 -डॉ. भीम राव अम्बेडकर क्रीडा संकुल, बड़ा लालपुर में सिंथेटिक बास्केटबॉल कोर्ट का निर्माण कार्य-1.26
8- राजकीय वृद्ध एवं अशक्त महिला गृह दुर्गाकुण्ड वाराणसी में थीम पार्क का निर्माण कार्य-4.96
9- वाराणसी शहर में ओटीएस से आरटीएस में अतिरिक्त सीवरेज फ्लो के डायवर्जन हेतु सीवर लाइन का निर्माण कार्य-10.62
10 -वाराणसी शहर के सिस वरुणा पेयजल आपूर्ति योजना में क्षतिग्रस्त राइजिंग मेन को बदलना एव लीकेज मरम्मत का कार्य -4.22
11- वाराणसी नगर के मुकीमगंज एवं मछोदरी क्षेत्र के अंतर्गत ट्रेंचलेस विधि से सीवर लाइन बिछाने एवं तत्संबंधित कार्य।-2.82
12 -जायका सहायतित गंगा एक्शन प्लान फेज-।। वाराणसी के पैकेज-4 के अन्तर्गत पुरानी ट्रंक सीवर लाइन (शाही नाला) का जीर्णोद्धार कार्य-85.87
13-ट्रांस वरुणा क्षेत्र में 25782 सीवर हाउस कनेक्शन कार्य।-107.09
14 -राजकीय बालिका गृह रामनगर का निर्माण कार्य-6.5
15 -वाराणसी शहर में 33/11 के0वी0 जी0आई0एस0 विद्युत उपकेन्द्र नगवॉ का निर्माण कार्य-20.65
16- सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न निर्माण कार्य-6.26
17- वाराणसी शहर के कामेश्वर महादेव वार्ड का पुनर्विकास कार्य-17.09
18- लहरतारा से चौकाघाट फ्लाईओवर का नीचे वेंडिंग जोन और अवस्थापना सुविधाओं का विकास कार्य -10
19-वाराणसी शहर में गंगा नदी में डीजल/पेट्रोल चालित 500 नावों का सी0एन0जी0 नावों में परिवर्तन किये जाने का कार्य-29.7
20- वाराणसी के मिर्जामुराद, चोलापुर, जंसा एवं कपसेठी थानों में हॉस्टल/बैरक और विवेचना कक्ष का निर्माण कार्य-3.47
21-वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में 8 सम्पर्क मार्गो का चौड़ीकरण व नव निर्माण कार्य-9.29
22 -फूलपुर सिन्धौरा सम्पर्क मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य-7.39
23 -पिण्डरा कठिरांव अन्य जिला मार्ग का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य-17.1
24 -तहसील पिण्डरा के ग्राम महगांव (कटेहरा) में आई0टी0आई0 निर्माण का कार्य-14 .16
25-धरसौना सिन्धौरा वाया चॉदपुर मवैया मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य-9.2 6
26-प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 7 सड़कों का निर्माण कार्य-11.89
27-अक्षय पात्र फाउण्डेशन के मिड डे मील किचेन का निर्माण कार्य-13.91
28-दशाश्वमेध घाट क्षेत्र पुनर्विकास परियोजना का निर्माण कार्य-28.69
29-प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक अफोर्डेबल हाउसिंग इन-पार्टनरशिप के अन्तर्गत ग्राम हरहुआ, दासेपुर, वाराणसी में 608 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण कार्य-27.32
30-वाराणसी जनपद के ग्राम तॉतेपुर में ग्रामीण पेयजल योजना कार्य -5.46
मिड डे मील भोजन रसोई की खासियत
मिडडे मील भोजन रसोई अक्षय फाउंडेशन की ओर से अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज परिसर में स्थापित की गई है. यह अत्याधुनिक किचन कई मायनों में अनूठा और खास है. यूं तो इस रसोई की क्षमता चार घंटे में एक लाख बच्चों के भोजन बनाने की है, लेकिन पीएम मोदी के हाथों लोकार्पित होने के बाद फिलहाल पहले चरण में 27000 बच्चों के लिए यहां मिडडे मील का भोजन पकाया जाएगा. इसकी खासियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां एक घंटे में करीब चालीस हजार गरमागरम रोटियां बनकर तैयार हो जाएंगी, तो महज 45 मिनट में 130 किग्रा चावल पककर तैयार हो जाएगा. यही नहीं, करीब 1200 किग्रा दाल व सब्जी बनने में महज डेढ़ घंटे लगेंगे.
हर पकवान के लिए लगी है मशीन
इस अत्याधुनिक मिडडे मील में खाने का हर आइटम बनाने की मशीन लगी है. मसलन, रोटी के लिए आटा गूंथने से लेकर चावल, दाल सब्जी धोने, मसाला पीसने और भोजन पकाने का पूरा काम मशीनों से होगा. पीएम मोदी के हाथों शुभारंभ के अगले दिन यानी आठ जुलाई से वाराणसी के सेवापुरी ब्लाक के 48 स्कूलों में इस रसोई से पके मिडडे मील भोजन की सप्लाई शुरू हो जाएगी.