भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण है राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी विधेयक-2020
सुरक्षा व्यवस्था में ट्रेनिंग, रिसर्च, एक्सटेंशन व एजुकेशन मॉडल प्रणाली बनाने की दिशा में बड़ा कदम
लखनऊ। राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय विधेयक-2020 को दोनों सदनों में स्वीकृति मिलने के पश्चात रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी के सेंन्ट्रल यूनिवर्सिटी के स्तर पर अपग्रेड करने का रास्ता साफ हो गया है। उसे राष्ट्रीय स्तर पर अपग्रड किया जा रहा है। साथ ही यूनिवर्सिटी को इन्स्टीटृयूट ऑफ नेशनल इम्र्पोटेंस अर्थात राष्ट्रीय महत्व का दर्जा दिया जा रहा है। ज्ञात हो कि गृह मंत्री अमित शाह देश के पुलिस बल र्परामिलिट्री फोर्सेज के लिये समर्पित शैक्षिक और अनुसांधानिक महत्व के विषय को बार-बार विभिन्न मंचों के माध्यम से रखते रहे थे। इस बिल के माध्यम से गुजरात के गांधीनगर के लवाड़ दहेगाम मेें 250 एकड़ में स्थित रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा और महत्व प्राप्त हो जायेगा। देश का सुरक्षा ढांचा विशेषत: आन्तरिक सुरक्षा एवं पूर्ण शैक्षणिक और अनुसंधान प्रणाली की आवश्यकता को महसूस कर रहा था। विधेयक राष्ट्र सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिये लागू की गयी नीतियों के अनुरूप है। भारत के इतिहास में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नेतृत्व में पहली बार ऐसा हो रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में सार्थक कदम है।