नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की हाथी देनी घोड़ी देनी और देनी पालकी
बिछवॉ:विकासखंड सुल्तानगंज क्षेत्र ग्राम चिटौआ में रघुनाथ सिंह राजपूत के आवास पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन की कथा में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई गई कथा में बोलते हुए कथावाचक आचार्य देवेन्द्र दीक्षित ने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर पाप अत्याचार बढ़ता है.तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेते हैं और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं. भगवान के भक्त जब जब सताए जाते हैं तब तब भगवान अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए पृथ्वी पर अवतार लेते हैं आगे उन्होंने कहा कि जब कंस का पाप अत्याचार बढ़ गया और ऋषि मुनि साधु संतों को वह सताने लगा.तब भगवान ने देवकी के गर्भ से अवतार लिया और अपने भक्तों की रक्षा की भगवान पाप अधर्म अत्याचार को मिटाने के लिए अवतार लेते हैं. इसके शास्त्रों में अनेक उदाहरण मिलते हैं जब पहलाद को सताया गया. तब भगवान ने नरसिंह का अवतार लिया जब रावण का अत्याचार बड़ा तो भगवान ने राम के रूप में अवतार लिया. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए और पूरा पंडाल नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की ध्वनि से गुंजने लगा इस मौके पर परीक्षत रघुनाथ सिंह राजपूत व अमृता देवी , यज्ञपति राजेन्द्र सिंह राजपूत व कन्या देवी, वीरेन्द्र राजपूत, मनोज उर्फ उमेश, वीरपाल, रिषीपाल, अशोक राजपूत, हार्दिक, कृष्णकांत,आदि भक्तगण मौजूद रहे।