पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी के 250 से अधिक कार्यकर्ता(250 workers) गिरफ्तार

लाहौर. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के इस्लामाबाद में प्रस्तावित विशाल मार्च से एक दिन पहले मंगलवार को पंजाब प्रांत में हुई झड़प में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के 250 से अधिक कार्यकर्ताओं (250 workers)को गिरफ्तार कर लिया गया हैं. झड़प में एक पुलिसकर्मी की मौत भी हो गई. सरकार पर मध्यावधि चुनाव कराने के लिए दबाव बनाने को लेकर खान ने 25 मई को राजधानी इस्लामाबाद में मार्च का आह्वान किया है. पंजाब सरकार के प्रवक्ता अताउल्लाह तरार ने कहा, पंजाब पुलिस ने अब तक प्रांत में पीटीआई के 250 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. हालांकि, उन्होंने पीटीआई के इस दावे का खंडन किया कि सिर्फ पंजाब में 1,000 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. तरार ने कहा कि कार्रवाई जारी है तथा और गिरफ्तारियों की संभावना है.
मार्च में शामिल होने की इजाजत नहीं!
पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा, सरकार पंजाब के किसी भी व्यक्ति को इमरान खान के लंबे मार्च में शामिल होने की अनुमति नहीं देगी, जिसका उद्देश्य देश की शांति को भंग करना है. विपक्षी दल पीटीआई के सूचना सचिव और पूर्व संघीय मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि पुलिस ने पार्टी के 1,100 नेताओं और कार्यकर्ताओं के आवासों पर छापेमारी की. उन्होंने कहा, सभी फासीवादी हथकंडों के बावजूद, पीटीआई का ‘आजादी मार्च’ बुधवार को इस्लामाबाद पहुंचेगा. लाहौर में पुलिस कांस्टेबल कमाल अहमद पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ उनके घरों पर छापेमारी के दौरान हुई झड़प में मारे गए. सत्तारूढ़ पीएमएल-एन नेतृत्व ने पुलिसकर्मी की मौत के लिए पूर्व प्रधानमंत्री खान को जिम्मेदार ठहराया.
इमरान ने कहा, यह राजनीति नहीं जिहाद है
इससे पहले रविवार को इस्लामावाद मार्च की घोषणा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि यह राजनीति नहीं जिहाद है. खान ने कहा, 25 (मई) को मैं इस्लामाबाद में श्रीनगर राजमार्ग पर आपसे मिलूंगा. मैं चाहता हूं कि सभी (हर वर्ग) लोग आएं क्योंकि यह जिहाद है, राजनीति नहीं. मैंने फैसला किया है और अपनी पूरी टीम को बताया है कि हमें अपने जीवन का बलिदान देने के लिए तैयार रहना होगा. ‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, पेशावर में अपनी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि यह मार्च धरने में तब्दील हो जाएगा और जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक यह मार्च जारी रहेगा. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, राजधानी तक मार्च की मुख्य मांग नेशनल असेंबली को तत्काल भंग करना और अगले आम चुनाव की तारीख तय करने के लिए दबाव बनाना है.