बच्चों को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा मंकीपॉक्स

वॉशिंगटन । मंकीपॉक्स (monkeypox): केवल एडल्ट्स ही नहीं, बल्कि बच्चों को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के 11 स्टेट्स में अब तक 31 बच्चों में इस वायरस की पुष्टि हुई है। अमेरिका में मंकीपॉक्स (monkeypox): के सबसे ज्यादा 19,355 मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं, भारत में मंकीपॉक्स के 10 मरीज सामने आए हैं, जिनमें से एक की मौत हुई है।
उधर, संक्रमण से एक वयस्क की मौत हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यह बीमारी उन लोगों को अपनी चपेट में ले रही है, जिनका इम्यून सिस्टम काफी कमजोर है। उन्होंने लोगों से लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराने की गुजारिश की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है।
हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की मानें तो सभी 50 स्टेट्स में मंकीपॉक्स के मरीज सामने आए हैं। इनमें न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया में सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। इससे पहले ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि मंकीपॉक्स वैक्सीन के नाम पर अश्वेत और हिस्पैनिक लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। वैक्सीनेशन प्रोग्राम का लक्ष्य सभी लोगों को बीमारी के खिलाफ टीके लगाना है, लेकिन ज्यादातर वैक्सीनेशन सेंटर्स श्वेत और अमीरों के इलाकों में बनाए गए हैं।
मंकीपॉक्स आउटब्रेक की शुरुआत में ही राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसकी वैक्सीन को हर नागरिक तक पहुंचाने का वादा किया था, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि टीके उन्हीं लोगों को नहीं मिल रहे हैं जिन्हें इनकी सबसे ज्यादा जरूरत है। CDC के मुताबिक, अश्वेत लोगों को केवल 10% डोज ही मिल पाई हैं, जबकि वे अमेरिकी आबादी का एक तिहाई हिस्सा हैं।