Meerut SSP : बोले: भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, कानून व्यवस्था प्राथमिकता…
मेरठ। Meerut SSP : बोले: भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, कानून व्यवस्था प्राथमिकता… 2013 बैच के आईपीएस रोहित सिंह सजवान को मेरठ का एसएसपी बनाया गया है। वह पौने दो साल से बरेली में तैनात थे। बेहतर पुलिसिंग करने की कोशिश रहेगी। आईपीएस रोहित सिंह सजवान ने आज सर्किट हाउस पहुंचकर बतौर एसएसपी चार्ज संभाल लिया। आईपीएस रोहित सिंह सजवान मूलरूप से टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड के रहने वाले हैं। एसपी सिटी बरेली के बाद महाराजगंज के एसपी, गोरखपुर और फिर एसएसपी बरेली बनाया था। अब उनको मेरठ की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Meerut SSP : नए एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने आज से संभाला चार्ज
रोहित सिंह ने बताया कि मेरठ चुनौती वाला जिला है। भ्रष्टाचार पर सख्ती, कानून व्यवस्था कायम और बेहतर पुलिसिंग होगी। सोतीगंज और अन्य मामले में सख्ती रहेगी। रोहित सिंह ने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में अपने प्रशिक्षण के दौरान कई पदक और सम्मान जीते हैं। रोहित सिंह ने अपने कॅरिअर की शुरुआत मुंबई में वैज्ञानिक के रूप में की थी। वह 2013 बैच के आईपीएस हैं। उनके पिता राजेंद्र सिंह उत्तराखंड के टिहरी जिले में उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं।
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तीन भाइयों में सबसे बड़े रोहित की स्कूली शिक्षा नैनीताल के सरस्वती विहार स्कूल में हुई थी। उन्होंने 2009 में इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन शाखा से 2009 में बीटेक पूरा किया। इसके बाद उनका परमाणु ऊर्जा आयोग के अधीन भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर में चयन हुआ। वह ग्रुप ए वैज्ञानिक रहे। इसके बाद वह पुलिस सेवा में आ गए। रोहित सजवान ने आज से मेरठ का चार्ज संभाल लिया। आईपीएस प्रभाकर चैधरी मेरठ में एक साल नौ दिन एसएसपी रहे। अब उन्हें आगरा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Meerut SSP : अब उन्हें आगरा की जिम्मेदारी सौंपी गई है
उन्होंने सोतीगंज का कबाड़ किला ढहाया व भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर शिकंजा कसा। इंस्पेक्टर सदर बाजार बिजेंद्र सिंह और एसओ महिला थाना मोनिका जिंदल समेत दस पुलिस वालों पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया। बेहतर पुलिसिंग कर अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों को शांत रखा। भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों के विरोध को देखते सुरक्षा मद्देनजर कड़ी चैकसी रखी।
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जिसके चलते कानून व्यवस्था कायम रही। प्रभाकर ने मेरठ के थानों में चल रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए काफी काम किया है। वह 18 जिलों में एसएसपी रह चुके हैं। जिसमें से मेरठ में सबसे लंबा कार्यकाल रहा। योगेश भदौड़ा समेत पांच अपराधियों को कोर्ट से सजा दिलाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। याकूब कुरैशी पर भी कानूनी शिकंजा इनके कार्यकाल में ही कसा।