प्रदेश के सभी 75 जिलों में होंगे मेडिकल कॉलेज
लखनऊ । प्रदेश (Medical college) के सात मेडिकल कॉलेजों में 26 चिकित्सा शिक्षकों की तैनाती होगी। लोक सेवा आयोग से चयन के बाद इन्हें नियुक्ति प्रदान की जाएगी। यूपी सरकार ने प्रदेश के सुल्तानपुर, सोनभद्र, चंदौली, बुलंदशहर, पीलीभीत, औरैया, बिजनौर, कानपुर देहात, कुशीनगर, गोंडा, कौशाम्बी, ललितपुर और लखीमपुर खीरी में मेडिकल कॉलेज (Medical college) बन रहे हैं।
इन्हें बांदा, बदायूं, जालौन, कन्नौज, सहारनपुर, आजमगढ़ एवं अंबेडकरनगर स्थित मेडिकल कॉलेजों में तैनाती दी जाएगी। मेडिकल कालेज के निर्माण पर 325 करोड़ रुपये खर्च होंगे। डीजी मेडिकल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग डायरेक्टरेट में 15 सितंबर को काउंसिलिंग के बाद इन्हें कॉलेज अलॉट कर दिया जाएगा।
सरकार जहां राजकीय मेडिकल कॉलेज नही खोल सकती वहां पर PPP मेडिकल कॉलेज खोल रही हैं। कार्डियोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी के चिकित्सकों को नए कॉलेजों में पद सृजित न होने की स्थिति में पुराने कॉलेजों में तैनाती देने का भी विकल्प रहेगा। हालांकि इन मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की क्वालिटी पर कोई समझौता न करने की बात कही जा रही हैं।
सबसे ज्यादा माइक्रोबायोलॉजी में मिलेंगे 9 शिक्षकलोक सेवा आयोग की ओर से ये चिकित्सा शिक्षक चयनित किए गए हैं। इनमें माइक्रोबायोलॉजी के 9, फिजियोलॉजी के 5, प्लास्टिक सर्जरी के 3, डेंटिस्ट्री, एनोटॉमी, बायोकेमिस्ट्री के 2-2, साइकियाट्रिक, कार्डियोलॉजी और एनेस्थिसिया के 1-1 चिकित्सक शामिल हैं। हेल्थ केयर सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। सीएम योगी खुद इन प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।