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ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहनना मेंडेटरी

तेहरान । ईरान (Mandatory) की कट्टरपंथी सरकार ने महिलाओं के लिए हिजाब पहनना मेंडेटरी (Mandatory) कर दिया है। यहां जो महिलाएं इस आदेश का पालन नहीं कर रहीं, उन्हें गिरफ्तारी के बाद टॉर्चर किया जा रहा है। इसकी ताजा मिसाल सेपदेह रोश्नो हैं।कई महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था।

ईरान में वैसे तो हिजाब को 1979 में मेंडेटरी यानी अनिवार्य किया गया था, लेकिन 15 अगस्त को प्रेसिडेंट इब्राहिम रईसी ने एक ऑर्डर पर साइन किए और इसे ड्रेस कोड के तौर पर सख्ती से लागू करने को कहा गया।

बाद में नेशनल टीवी पर आकर माफी मांगने को कहा गया ताकि हिजाब पहनने के तालिबानी फरमान को न मानने वाली महिलाओं के मन में दहशत पैदा की जा सके।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोश्नो को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है। उन्हें 16 साल तक की सजा हो सकती है।रोश्नो से नेशनल टीवी पर आकर देश के सामने हिजाब न पहनने के लिए माफी मांगने को कहा गया। उन्होंने यही किया। इस दौरान वो सिर ढंके हुई थीं। चेहरे और खासतौर पर बाईं आंख के नीचे चोट के निशान नजर आ रहे थे।

अब सिर्फ ईरान ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में रोश्नो के साथ हुई ज्यादती के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। खास बात यह है कि विरोध करने वालों में बड़ी तादाद पुरुषों की भी है। 28 साल की रोश्नो एक्ट्रेस हैं। उन्होंने हिजाब पहनने से इनकार कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। बेहद टॉर्चर किया गया।

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