main slideअंतराष्ट्रीयदिल्लीप्रमुख ख़बरेंबडी खबरेंराष्ट्रीयव्यापार

Major Defense Equipment : एस-400 डील के बावजूद भारत के सपोर्ट में यूएस, जाने पूरी खबर

वाशिंगटन। Major Defense Equipment : एस-400 डील के बावजूद भारत के सपोर्ट में यूएस, जाने पूरी खबर… अमेरिकी संसद ने भारत को उन प्रतिबंधों में छूट दिए जाने का समर्थन किया है, जो रूस से एस-400 डील के बाद लगाए गए हैं। संसद का कहना है कि चीन के साथ लड़ाई में हमें भारत के साथ खड़ा होना चाहिए। यह संशोधन गुरुवार को सर्वसम्मति से ध्वनि मत से पारित हुआ है। इस दौरान संसद में नेशनल डिफेंस आथोराइजेशन एक्ट पर चर्चा की जा रही थी। इस प्रस्ताव को भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने पेश किया था।

Major Defense Equipment : कड़े अमेरिकी प्रतिबंधों से मिली छूट

उन्होंने बाइडेन प्रशासन से अपील की कि चीन जैसे आक्रामक देशों से निपटने में मदद करने के लिए भारत को (काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज एफ सैंक्शंस एक्ट) से छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को काट्सा के प्रतिबंधों से छूट दिए जाने से अमेरिका को फायदा होगा। काट्सा एक कठोर अमेरिकी कानून है जो अमेरिकी प्रशासन को यह अधिकार देता है कि उन देशों पर प्रतिबंध लगाए जाएं जो रूस से प्रमुख रक्षा उपकरण खरीदते हैं।

Dentists in Nashik : पांच दिन में लेह से मनाली तक की पदयात्रा, जाने पूरी खबर

2014 में रूस की तरफ से क्रीमिया पर कब्जा किए जाने और 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में रूस के कथित हस्तक्षेप के जवाब में अमेरिका ने यह कानून बनाया था। अक्टूबर 2018 में भारत ने रूस के साथ एस-400 मिसाइल खरीदने की डील साइन की। इसके तहत 5 अरब डालर में भारत को एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की पांच यूनिट मिलनी थीं। उम्मीद है कि अप्रैल 2023 तक पांचों यूनिट की पूरी तरह डिलीवरी हो जाएगी। ये सिस्टम 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मन की मिसाइल, ड्रोन और एयरक्राफ्ट पर हवा में ही हमला कर सकता है।

Major Defense Equipment :  सांसद बोले: चीन से लोहा ले रहे भारत का समर्थन जरूरी

अमेरिका एस-400 की खरीदी का हमेशा से विरोध करता रहा है और इस सिस्टम को खरीदने वाले देशों पर वो पाबंदी लगा देता है। अमेरिका ने 2020 में तुर्की पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। तुर्की ने भी रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीदा है। एस-400 एक एयर डिफेंस सिस्टम है, यानी ये हवा के जरिए हो रहे अटैक को रोकता है। ये दुश्मन देशों के मिसाइल, ड्रोन, राकेट लान्चर और फाइटर जेट्स के हमले को रोकने में कारगर है। इसे रूस के एलमाज सेंट्रल डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है और दुनिया के बेहद आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम में इसकी गिनती होती है।

Former cabinet minister of Bihar : तेजप्रताप यादव को नहीं मिली इजाजत, जाने पूरी खबर…

एस-400 की सबसे बड़ी खासियत इसका मोबाइल होना है। यानी, रोड के जरिए इसे कहीं भी लाया ले जाया जा सकता है। इसमें 92 एन 6ई इलेक्ट्रानिकली स्टीयर्ड फेज्ड ऐरो रडार लगा हुआ है जो करीब 600 किलोमीटर की दूरी से ही मल्टिपल टारगेट्स को डिटेक्ट कर सकता है। आर्डर मिलने के 5 से 10 मिनट में ही ये आपरेशन के लिए रेडी हो जाता है।

एस-400 की एक यूनिट से एक साथ 160 आब्जेक्ट्स को ट्रैक किया जा सकता है। एक टारगेट के लिए 2 मिसाइल लान्च की जा सकती हैं। एस-400 में 400 इस सिस्टम की रेंज को दर्शाता है। भारत को जो सिस्टम मिल रहा है, उसकी रेंज 400 किलोमीटर है। यानी, ये 400 किलोमीटर दूर से ही अपने टारगेट को डिटेक्ट कर काउंटर अटैक कर सकता है। साथ ही यह 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर भी अपने टारगेट पर अटैक कर सकता है।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button