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मदुरै रेल हादसा कुल 63 लोगों ने यात्रा पैकेज की कराई थी बुकिंग

Uttarpradesh:हमारी ट्रेन करीब साढ़े तीन बजे मदुरई पहुंची। कोच मदुरै रेल हादसे की आंखो देखीरू कोच में धुंआ भरने लगाए हर तरफ भागे लोग, सभी गेट थे लॉक, और फिर…… यार्ड में खड़ा किया गया। सब कुछ नॉर्मल था। सुबह के सवा पांच बजे किसी ने कॉफी बनाने के लिए स्टोव जलाया। अचानक कोच में धुंआ भरने लगा… लोग दरवाजे की तरफ भागे लेकिन दरवाजा अंदर से लॉक था।

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किसी तरह लॉक तोड़कर लोग कोच से जिस हाल में थे, उसी हाल में बाहर निकले। इसके बाद सबको अस्पताल लाया गया। आज रामेश्वरम जाना थाए लेकिन हादसा हो गया। बेटे ने फोन पर यह पूरी घटना बताई है। यह बयां करते करते सीतापुर के शास्त्री नगर निवासी 70 वर्षीय लल्लू राम त्रिपाठी का गला रुंध गया। वह अपने बहू बेटे और नाती की सही सलामत वापसी की प्रार्थना करने लगे। उन्होंने बताया कि उनके बेटे बहू के साथ चार साल का नाती श्वेतांश भी है। उसको भी मामूली चोटे आई हैं। बेटा आनंद प्रकाश त्रिपाठी पेशे से वकील है और बहू रजत रेखा गृहणी हैं। लल्लूराम त्रिपाठी की तरह ही इस रेल के प्राइवेट कोच में सवार अन्य लोगों की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना उनके परिजन कर रहे हैं।

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