ईद-उल-अजहा को लेकर लखनऊ पुलिस सतर्क, शहर भर में रहेगा कड़ा सुरक्षा घेरा !
लखनऊ -: ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व 7 जून 2025 को लखनऊ में पारंपरिक उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। पर्व के दौरान शांति व्यवस्था, सुरक्षा और यातायात की सुगमता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस की तैयारियों का संचालन व निगरानी उच्चाधिकारियों के पर्यवेक्षण में किया जाएगा।पुलिस कमिश्नरेट की ओर से जारी प्रेस नोट के अनुसार, ईदगाह ऐशबाग में सुबह 10 बजे, टीले वाली मस्जिद चौक में सुबह 9 बजे, बड़ा इमामबाड़ा स्थित आसिफी मस्जिद में पूर्वान्ह 11 बजे और ठाकुरगंज की जामा मस्जिद में भी विशेष नमाज अदा की जाएगी। इन प्रमुख स्थलों के आसपास किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 14 राजपत्रित अधिकारी, 1300 अराजपत्रित पुलिसकर्मी, 07 कंपनियां पीएसी और 01 कंपनी आरएएफ की तैनाती की गई है।
इसके अलावा पूरे कमिश्नरेट क्षेत्र में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस ने पीस कमेटी की बैठकें आयोजित की हैं और विभिन्न धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित कर आपसी सहयोग का माहौल सुनिश्चित किया है। हर जोन में अतिरिक्त 13 कंपनियां पीएसी और एक कंपनी आरएएफ भी सुरक्षा घेराबंदी में सहयोग करेंगी।पुलिस द्वारा तकनीकी निगरानी की भी विशेष व्यवस्था की गई है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नमाज स्थलों, प्रमुख मार्गों और चौराहों की लगातार निगरानी की जाएगी। खासकर टीले वाली मस्जिद, ऐशबाग ईदगाह और बड़ा इमामबाड़ा जैसे संवेदनशील स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के मद्देनज़र सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मी, एंटी रोमियो स्क्वायड, पिंक पेट्रोल और 112 की टीमों को तैनात किया गया है, जो भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लगातार गश्त करती रहेंगी।
सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक जानकारी की रोकथाम के लिए भी 24 घंटे निगरानी व्यवस्था की गई है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, व्हाट्सएप आदि प्लेटफॉर्म्स पर संदिग्ध और आपत्तिजनक पोस्ट्स पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। किसी भी अफवाह की स्थिति में संबंधित सामग्री को तत्काल ब्लॉक कराकर जिम्मेदारों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे पर्व को शांति और सौहार्द के साथ मनाएं तथा किसी भी आपत्तिजनक सूचना या संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को दें, जिससे कि ईद-उल-अजहा का पर्व सभी के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण बन सके।