ऑनलाइन लॉटस गेमिंग ऐप के जरिए करोड़ों की साइबर ठगी का खुलासा, लखनऊ पुलिस ने 16 सदस्यीय अंतरराज्यीय गिरोह को किया गिरफ्तार !

लखनऊ -: लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की पूर्वी जोन क्राइम टीम और थाना गुडम्बा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ऑनलाइन बेटिंग के नाम पर करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने एक फ्लैट से इस गिरोह के 16 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी बैंक खातों, लॉटस गेमिंग साइट, और रेंट पर लिए गए खातों के माध्यम से देशभर के लोगों से ठगी कर रहे थे।
पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना गुडम्बा क्षेत्र के स्मृति अपार्टमेंट स्थित एक फ्लैट में कई युवक संदिग्ध रूप से रह रहे हैं। जब पुलिस टीम फ्लैट नंबर 403 पर पहुंची, तो वहां 16 युवक मिले, जिनके पास से भारी मात्रा में ठगी में प्रयुक्त सामान बरामद हुआ। तलाशी के दौरान पुलिस को ₹1.07 करोड़ नकद, 79 एटीएम कार्ड, 22 पासबुक, 13 चेकबुक, 30 मोबाइल फोन, 2 टैबलेट, 13 आधार कार्ड, फर्जी दस्तावेज, 3 लैपटॉप, 2 नोट गिनने की मशीनें और पुराने नोट बरामद हुए।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लॉटस गेमिंग साइट के माध्यम से ऑनलाइन अवैध बेटिंग प्लेटफॉर्म चलाते थे |
गेम खेलने के लिए खिलाड़ियों से जो पैसे जमा होते थे, उन्हें वे फर्जी या किराए के खातों में जमा करवाते थे और फिर उसे कैश निकालकर मुख्य संचालकों तक पहुंचाते थे। गिरोह के सदस्यों ने देश के कई राज्यों में रहने वाले लोगों को पैसे का लालच देकर उनके नाम पर खाते खुलवाए, और उनसे पासबुक, एटीएम व सिम कार्ड लेकर उनका दुरुपयोग किया।गिरफ्तार आरोपियों में अधिकांश छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से हैं, जबकि कुछ गुजरात के मैसाना और गांधीनगर के निवासी हैं।
पुलिस द्वारा इनके आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ थाना गुडम्बा में साइबर ठगी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम को पुलिस आयुक्त लखनऊ द्वारा ₹1 लाख का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। लखनऊ पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता के रूप में देखी जा रही है, जिसने देशभर में फैले ऑनलाइन ठगी गिरोहों पर कड़ा संदेश दिया है