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मनरेगा के अंतर्गत रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा लखनऊ मंडल रेलवे

लखनऊ । कोविड-19 के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के उपरान्त पूर्व में, महानगरों से अपने गृह जनपद को वापस आये श्रमिकों के लिए लखनऊ मंडल पूर्वोत्तर रेलवे, महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत रेलवे के निर्माण एवं अन्य कार्यों के तहत रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। जिसमें लखनऊ मंडल द्वारा सेवित गोरखपुर, गोंडा, महाराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, सीतापुर, लखीमपुर एवं सिद्धार्थनगर जनपदों के अंतर्गत विभिन्न रेलवे स्टेशनों, रेल खण्डों तथा रेलवे परिसर में झाडिय़ों की कटाई, साफ-सफाई, पौधरोपण, मिटटी के समतलीकरण, तटबंधों का सुदृढ़ीकरण तथा रेलवे फाटकों के पंहुच मार्गों (।चचतवंबी त्वंक) के चौड़ीकरण व मरम्मत का कार्य, नालियों से सिल्ट की सफाई आदि जिला प्रशासन की संस्तुति के उपरान्त मनरेगा मजदूरों द्वारा संपन्न किया जा रहा है। लखनऊ मंडल इस प्रकार मनरेगा योजना के तहत मजदूरों के लिए लगभग 91 हजार मानव दिवस (कुल लागत रू0 2.73 करोड) के रोजगार का सृजन कर रहा है, जिससे स्थानीय मजदूरों के लिए बड़ी मात्रा में रोजगार उनके निवास स्थान के समीप ही सृजित हो रहा है। जिसमें से गोरखपुर, गोंडा, महाराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, सीतापुर, लखीमपुर एवं सिद्धार्थनगर जिलों में कार्य की स्वीकृति के उपरान्त रेलवे कार्य मनरेगा मजदूरों द्वारा संपन्न किया जा रहा है। कुल लगभग 60 कार्य प्रस्तावित थे। जिनमें 29 स्वीकृत हो चुके हैं व इन पर कार्य प्रगति में है तथा 31 कार्य स्वीकृति हेतु प्रक्रियाधीन है। रेलवे के प्रस्ताव पर जिला प्रशासन, स्थानीय अधिकारीयों व ग्रामप्रधानों के सहयोग से रेल खण्डों के निकटवर्ती गाँवों के मनरेगा मजदूरों से कार्य करवाता है, जिससे रेलवे का कार्य पूर्ण हो रहा है तथा मजदूरों को दीर्घकालिक रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्य के दौरान कोविड-19 से सम्बंधित सभी आवश्यक निर्देश व सतर्कता बरतते हुए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग आदि का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।

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