दुनिया के तमाम दुर्लभ परिंदों, पौधों, वन्यजीवों को कानूनी संरक्षण
जयपुर। देश (legal protection) में बाघ (टाइगर) के संरक्षण का पहला कानून पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पहल पर 1972 में बना (legal protection) था। राजस्थान से राज्य सभा सांसद व केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्री के नेतृत्व में कानून लाया जा रहा है।
विश्व की टॉप टेन बर्ड सैंचुरी राजस्थान में शामिल घना अभयारण्य (भरतपुर) तो है ही। 100 से ज्यादा झील तालाब हैं, करोड़ से ज्यादा यूरोपियन और एशियन परिंदे आते हैं।
राजस्थान की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को कानून के लागू होने पर न केवल जबरदस्त उछाल मिलेगा रोजगार के नए संसाधन भी विकसित हो सकेंगे।
http://अंतर्राष्ट्रीय वन-डे मैच की तैयारियों के संबंध में बैठक
दुनिया के तमाम दुर्लभ परिंदों, पौधों, वन्यजीवों को कानूनी संरक्षण देगा।प्रदेश की कुल अर्थव्यवस्था में 15 से 18 प्रतिशत तक का योगदान पर्यटन क्षेत्र से भारत में आने वाले तीन में से पर्यटक राजस्थान जरूर आते हैं।