उत्तर कोरिया की ओर से सेना की शक्ति को मजबूती देने के लिए जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण असफल
New Delhi:उत्तर कोरिया की ओर से सेना की शक्ति को मजबूती देने के लिए किया गया पहला जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण हाल ही में असफल हो गया था। इसका प्रक्षेपण उसने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ ही अमेरिकी सैन्य अभ्यासों पर निगरानी के लिए किया था। अब एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि हाल ही में हुए फेल प्रक्षेपण को लेकर एक हाई लेवल की बैठक हुई, जिसमें उत्तर कोरिया ने अपने अधिकारियों की अच्छी क्लास लगाई है।
शिवसेना के बटवारे का एक वर्ष पूर्ण!
बताया जा रहा कि उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी ने एक उच्च स्तरीय बैठक में इस असफल प्रक्षेपण की एक उच्च स्तरीय बैठक में निंदा की। इस बैठक में जिम्मेदार अधिकारियों की कड़वी आलोचना भी की गई।बता दें, उत्तर कोरिया ने 31 मई को अपने पहले सैन्य जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने का प्रयास किया, लेकिन उपग्रह को ले जा रहा राकेट यलो सागर में जा गिरा। इसके पीछे इंजन में आई खराबी को कारण बताया जा रहा है। उत्तर कोरिया ने कहा था कि वह जितनी जल्द हो सके फिर से इस उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा।