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हिमाचल (r Himachal )के लिए ताजा अलर्ट ने बढ़ाई चिंता

नई दिल्‍ली. भारत में मानसून अपने चरम पर है. देश के मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग जलभराव और बाढ़ की समस्‍या से दो-चार हो रहे हैं. वहीं, पहाड़ों में भारी बारिश के चलते भूस्‍खलन की घटनाओं से भारी तबाही देखने को मिल रही है. मौसम विभाग की मानें तो आगे आने वाले दिनों में भी इससे ज्‍यादा राहत की उम्‍मीद नहीं है. 14 जुलाई से एक बार फिर हिमाचल (r Himachal ) में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसके चलते यमुना नदी के जलस्‍तर में भारी इजाफा हो सकता है. यही वजह है कि दिल्‍ली वालों की समस्‍या बढ़ना भी तय है.

शिमला के मौसम विभाग के चीफ सुरेंदर पाल ने बताया, ‘ आज और कल बारिश की तीव्रता कम रहेगी. इस दौरान मानसून कुछ कमजोर पड़ेगा और हल्‍की बारिश होगी. हालांकि 14 जुलाई के बाद एक बार फिर वो जोर पकड़ेगा. अगले चार-पांच दिन तक भारी बारिश होगी.

खतरे के निशान से ऊपर है यमुना का जल स्‍तर
दिल्‍ली में यमुना नदी का जलस्‍तर पहले ही खतरे के निशान से ऊपर है. हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है. पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश का ही यह असर है कि बैराज पर ज्‍यादा पानी को रोका नहीं जा रहा है, जिसके चलते यमुना के बाढ़ क्षेत्र में पानी भरा हुआ है. अगर आगे भी ऐसे ही पानी छोड़ा जाता रहा तो दिल्‍ली वालों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है.

बढ़ने वाली है दिल्‍ली वालों की मुश्किलें
बारिश को लेकर इस ताजा अपडेट ने दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंताएं भी बढ़ा दी होंगी. लगातार यमुना में छोड़े जा रहे पानी के कारण मुख्‍यमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि हथिनी कुंड बैराज से धीरे-धीरे पानी छोड़ा जाए. इसके बाद दिल्‍ली के सीएम को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन कर कहा था कि पानी को स्‍टोर करने का कोई विकल्‍प नहीं है. हालांकि उन्‍होंने साथ ही यह भी बताया था कि हिमाचल ने हरियाणा को अब कम पानी यमुना नदी में छोड़ा है. लिहाजा धीरे-धीरे जल स्तर में कमी आना तय है. अब मौसम विभाग के ताजा अपडेट के बाद फिर से दिल्‍ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

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