लखीमपुर खीरी: मंडी गेट पर ही जांची जाएगी धान की गुणवत्ता
लखीमपुर खीरी। किसानों को एमएसपी का लाभ दिलाने और सरकारी धान खरीद में तेजी लाने की कवायद करते हुए जिला खरीद अधिकारीध्एडीएम ने सभी मंडियों में गेट पर ही धान की गुणवत्ता चेक करने के निर्देश मंडी सचिवों को दिए हैं। धान की गुणवत्ता ठीक पाए जाने पर संबंधित किसान को गेट पर टोकन देकर क्रय केंद्र के अंदर भेजा जाएगा। जहां केंद्र प्रभारी उस किसान का धान अनिवार्य रूप से खरीदेंगे। मंडियों में खोले गए दर्जनों क्रय केंद्रों पर धान खरीद में रुचि नहीं ली जा रही है, बल्कि किसानों को टरका दिया जाता है। धान में नमी से लेकर कई अन्य तरह की कमियां केंद्र प्रभारी गिनाते हैं, जिससे परेशान किसान मजबूरन मंडी में आढ़तियों के पास 1868 रुपये वाला धान औने-पौने रेट 1000 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल में बेचते हैं। वहीं राइस मिलर्स भी किसानों का धान औने-पौने रेट पर खरीद रहे हैं। ऐसे में क्रय केंद्र प्रभारियों पर नकेल कसने के लिए मंडियों में गेट पर ही धान की गुणवत्ता चेक कराने का निर्णय प्रशासन ने लिया है। इससे मंडी गेट पर ही धान की गुणवत्ता परखी जाएगी और नमी मापक यंत्र से धान की नमी की जांच की जाएगी। जांच में गुणवत्ता सही पाए जाने वाले धान को क्रय केंद्र पर बेचने के लिए मौके पर ही टोकन जारी किया जाएगा। मंडी में खुले कई क्रय केंद्रों को देखते हुए किसानों को क्रम के हिसाब से अलग-अलग क्रय केंद्रों पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं। जहां क्रय केंद्र उनका धान खरीदेंगे ही। एडीएम,जिला खरीद अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने सभी मंडी सचिवों को निर्देश देते हुए कहा है कि नई व्यवस्था को जल्द अमल में लाते हुए मंडी गेट पर धान की गुणवत्ता जांच के लिए कर्मचारी की तैनाती की जाए। जिन किसानों का धान मानक के हिसाब का नहीं है, तो उसकी नीलामी के जरिए बिक्री कराई जाए। लखीमपुर की राजापुर मंडी, गोला, पलिया, मोहम्मदी, तिकुनिया में इस नई व्यवस्था को लागू किया जाना है।