सिसोदिया को याद कर भावुक हुए केजरीवाल(Kejriwal)

दिल्ली :दिल्ली के बवाना में एक स्कूल के उद्घाटन के दौरान मनीष सिसोदिया को याद करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Kejriwal) भावुक हो गए. सीएम केजरीवाल ने कहा कि ये उनका (मनीष सिसोदिया) का सपना था. ये लोग चाहते हैं कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति खत्म हो जाए उसको खत्म नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने इसकी शुरुआत की थी और यह उनका सपना था हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले. इन्होंने झूठे आरोप लगाकर कर फर्जी मुकदमे करके इतने अच्छे आदमी को जेल में रखा हुआ है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं कई बार बवाना आया हूं. यहां का स्कूल बहुत खराब होता था. मैं वादा करके गया था आज दो स्कूल तैयार हैं. इस स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सिलेंस है. इसमें प्राइवेट स्कूलों से नाम कटाकर बच्चे आते हैं. लड़कियों का स्कूल था, वो कुछ दिन इसी बिल्डिंग से चलेगा फिर कुछ समय में अलग बनाया जाएगा. हम वादों से डबल काम करते हैं. उन्होंने कहा कि मैं पूरा स्कूल घूमकर आया. क्या शानदार लाइब्रेरी है. मैं हमेशा कहता था कि मुझे देश ने बहुत कुछ दिया है. आइआईटी खड़गपुर में पढ़ाई की. जैसी शिक्षा मुझे मिली उससे अच्छी शिक्षा बच्चों को देने का सोचा था. मैं जिस स्कूल में पढ़ा था, उससे शानदार स्कूल यह है. कभी नहीं सुना था कि सरकारी स्कूलों में एसी भी लगते हैं.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि उनको जेल में क्यों डाला हुआ है? देश में इतने बड़े डाकू हैं उनको नहीं पकड़ते मनीष को इसलिए जेल में डाला है कि मनीष अच्छे स्कूल बना रहा है बच्चों को पढ़ाई करा रहे अगर आज मनीष सिसोदिया अच्छे स्कूल और पढ़ाई नहीं करा रहे होते, तो उनको जेल में नहीं भेजते उनको तकलीफ हो रही है.
उन्होंने कहा कि मेरा मानना था कि मैंने जहां से पढ़ाई की है. उससे ज़्यादा अच्छी शिक्षा मैं बच्चों को दूं. सिंगापुर हमसे बाद में आजाद हुआ लेकिन हमसे आगे है, क्योंकि उन्होंने शिक्षा को महत्व दिया. अगर आज़ादी के समय ही सरकारी स्कूलों को ठीक किया गया होता तो 1970 तक देश से ग़रीबी दूर हो गई होती. हम सभी अभिभावकों को फीडबैक के लिए लिखेंगे कि उनके अनुसार क्या सुधार हुआ है और अब क्या होना चाहिए और उसके आधार पर और काम करेंगे.
इस बीच सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज मनीष जी की बड़ी याद आ रही है और यह कहते हुए वह भावुक हो गए. उन्होंने आगे कहा कि यह सब उनका सपना था. ये चाहते हैं कि शिक्षा क्रांति को खत्म कर दें लेकिन हम यह होने नहीं देंगे. मनीष जी ने इसकी शुरुआत की थी. उनका सपना था कि सभी बच्चों की अच्छी शिक्षा मिले. इतने अच्छे आदमी को जेल में डाला हुआ है. अगर वे अच्छे स्कूल न बना रहे होते, शिक्षा ठीक न कर रहे होते तो आज जेल में नहीं होते. हमें मनीष सिसोदिया के सपने पूरे करने हैं. वे बड़ी जल्दी बाहर आयेंगे. सच्चाई कभी हार नहीं सकती.