प्रेमचंद की जयंती पर कायस्थ महासभा कार्यक्रम आयोजित

गाजीपुर। कथा (general assembly) सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (general assembly) गाजीपुर के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सरजू पांडे पार्क में विचार गोष्ठी एवं माल्यार्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मोहन लाल श्रीवास्तव, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, अमरनाथ श्रीवास्तव,शैल श्रीवास्तव,अजय श्रीवास्तव, अरुण सहाय, डॉ सुधीर श्रीवास्तव,आशुतोष श्रीवास्तव,कमल श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। वह अपने लेखनी से सदैव समाज में व्याप्त गैरबराबरी समाप्त कर समतामूलक समाज की स्थापना के लिए लगातार संघर्षरत रहे।
महासभा के प्रान्तीय उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि वह हिंदी साहित्य के महान लेखक ही नहीं वह एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे। स्वतंत्रता आंदोलन में उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जमकर कलम चलायी।
31 जुलाई 1880 में वाराणसी के समीप लमहीं गांव में पैदा हुए प्रख्यात साहित्यकार मुंशी प्रेमचन्द का बचपन और आधा रचना संसार पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की धरती से जुड़ा है। वह हमेशा समाज में व्याप्त कुरीतियों, कुप्रथाओं के खिलाफ संघर्ष करते रहे।
वह साहित्य को सच्चाई के धरातल पर उतारने वाले लेखक थे।आज जब देश में जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश हो रही है। ऐसे दौर में मुंशी प्रेमचंद आज भी प्रासंगिक हो उठे हैं ।