उत्तराखंड

पत्रकारिता,नकली चेहरा सामने आये असली सूरत छिपी रहे

स. सम्पादक शिवाकान्त पाठक 
हरिद्वार क्षेत्र में पत्रकारिता ऐक बेहद चिंताजनक सोचननीय विषय बनती जा रही है। पत्रकारिता की अगर बात करें,तो अधिकतर ऐसे पोर्टली पत्रकार है जिनके पास ना तो कोई अखवार है ना ही मैगजीन लेकिन जगह जगह सड़कों पर उनका प्रचार काफी समय से देखा जा रहा है मासिक पत्रिका के नाम पर साल में ऐक मैगजीन निकाल कर लोगों की आंखो में धूल झोंक रहे हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस म सबसे ज्यादाें नजर आते है पत्रकारिता के आयोजनों में सबसे आगे रहते हैं । जहां कहीं अवैध कारोबार चल रहे है,ओर वहां अवैध वसूली का प्रयास भी बाकायदे रसीदें काट कर कर रहे है जिस कारण पत्रकारिता का स्तर भी रोज गिर रहा है। यहां हैरान करने वाली बात तो ये है। कि कहीं न कहीं ऐसे पोर्टली पत्रकारों की पीड़ित लोग बार बार वीडियो बनाकर सोसल मीडिया पर भी डाल रहे है। लेकिन आज तक किसी भी प्रसाशनिक अधिकारी ने इस तरह के मामलों का संज्ञान लेना भी उचित नही समझा।जिस कारण इन लोगो के हौसले भी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है।

पोर्टल न्यूज की आड़ में चल रहे अवैध कारोबार

आपको बता दें कि ऐसे बहुत से असामाजिक तत्व भी है। जो किसी भी अवैध कारोबार को सुचारू रूप से चलाने के लिए पहले अपना न्यूज पोर्टल खोल रहे है। जिससे उन पर हाथ डालने से पहले कोई भी क्षेत्राधिकारी कन्नी काट ले। और यह काम बेखौफ हो रहा है कुछ अधिकारियों का कहना है कि हम तय नही कर पाते कि कौन वैध पत्रकार है और कौन फ़र्ज़ी जिस कारण हम कार्यवाही तक नही कर पाते।जब कि सच तो यह है कि आर ऐन आई दिल्ली से रजिष्टर्ड अखवार जो नियमित हो व जिला सूचना कार्यलय में नामित व अंकन हो उसी के व्दारा चलाया जाने वाला पोर्टल या चेनल मान्य होगा यही बात मैगजीन में है मैगजीन यदि आर ऐन आई दिल्ली की शर्त के अनुसार नियमित प्रकाशित नहीं है तो वह गैर कानूनी है जिसे जिला प्रशासन को तुरन्त ही रोक लगा कर कार्रवाई करना चाहिए !
सूत्रों की अगर माने तो क्षेत्र में ऐसे बहुत से पोर्टली पत्रकार भी है। जो पोर्टल न्यूज की आड़ में अवैध शराब की बिक्री भी करते है। या कहे तो शराब माफिया भी अब पोर्टल के रिपोर्टर बन चुके है।जिसकी आड़ में ये बेख़ौफ़ होकर अपने अवैध धंधों को अंजाम दे पत्रकारिता को कलंकित कर रहे है।यदि समय रहते श्रीमान जिलाधिकारी विशेष जांच कर कार्यवाही अमल में नहीं लाते तो यह लूट मार का धंधा विकराल रूप लेलेगा व जनता आर्थिक दोहन का शिकार होती रहेगी !

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button