‘जिम्मी जिम्मी’ बना चीन में प्रदर्शनकारियों का ‘एंथम’ ! क्या है पूरा माजरा
चीन में बीते तीन सालों को कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है, पिछले दिनों शंघाई में फिर से लोगों को उनके घरों में कैद किया गया. बॉलीवुड के दिवंगत दिग्गज सिंगर बप्पी लाहिड़ी भले ही आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके द्वारा गाए गाने आज भी शादी-पार्टियों की शान बने हुए हैं. इन दिनों बप्पी लाहिड़ी का सुपरहिट गाना जिम्मी जिम्मी आजा आजा लोगों के एंजॉयमेंट के अलावा सरकार से परेशान लोगों की आवाज भी बन रहा है. जी हां, चीन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जिम्मी जिम्मी आजा आजा को अपना एंथम बना लिया है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक प्रदर्शनकारी जिम्मी जिम्मी से अपना आक्रोश प्रकट कर रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है पूरा माजरा?
चीन में कोरोना का कोहराम
दरअसल, चीन में बीते तीन सालों को कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है, पिछले दिनों शंघाई में फिर से लोगों को उनके घरों में कैद किया गया. महामारी के खिलाफ लगाए गए लॉकडाउन ने वहां के स्थानीय लोगों की कमर तोड़ दी है. देश की जनता लॉकडाउन के खिलाफ अब सड़कों पर उतर आई है, उन्होंने अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए बप्पी लाहिड़ी के गाने को अपना हथियार बना लिया है. चीन में लॉकडाउन के कारण खाने-पीने और राशन के सामान की कमी से जनता परेशान है.
चीन की जनता परेशान
चीन की जनता सोशल मीडिया साइट दोयूयिन (जिसे अन्य देशों में टिकटॉक के नाम से जाना जाता है) पर वीडियो बनाकर ह्यजिम्मी जिम्मीह्ण गाने को मंडारीन भाषा में गाया जा रहा है ह्यजि मी, जिमी. चीन में जिमी, जिमीका अर्थ है, मुझे चवाल दो, मुझे चावल दो. इस वीडियो में लोग खाली बर्तन दिखाकर यह बताना चाह रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान खाद्यान्न की कमी की कितनी बुरी स्थिति है. मजे की बात यह है कि वीडियो अभी तक सोशल मीडिया पर मौजूद है, जबकि सामान्य तौर पर देश की सरकार की आलोचना करने वाले वीडियो को तत्काल हटा दिया जाता है.
चीन में रहा है भारतीय सिनेमा का बोलबाला
गौरतलब है कि चीन में भारतीय सिनेमा हमेशा से लोकप्रिय रहा है और 1950-60 के दशक में राजकपूर की फिल्मों से लेकर 3 इडियट,सीक्रेट सुपरस्टार, हिन्दी मीडियम दंगल और अंधाधुंध को भी यहां के दर्शकों ने पसंद किया है. पर्यवेक्षकों का कहना है कि चीन के लोगों ने ह्यजि मी, जि मीका उपयोग करके प्रदर्शन करने का कमाल का तरीका सोचा है. वे इसके माध्यम से जीरो-कोविड नीति के कारण जनता को हो रही दिक्कतों के बारे में बता रहे हैं. चीन में जीरो-कोविड नीति के तहत शंघाई सहित दर्जनों शहरों में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था जिसके कारण लोग कई सप्ताह तक अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हो गए थे.