जदयू नेता (JDU leader)उपेंद्र कुशवाहा के काफिले पर हमला

पटना. जदयू नेता (JDU leader) उपेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि सोमवार को भोजपुर जिले के जगदीशपुर में नायका टोला मोड़ के पास उनके काफिले पर हमला किया गया. उन्होंने खुद ट्वीट कर घटना के बारे में जानकारी दी. जदयू नेता ने लिखा, ‘अभी भोजपुर जिला के जगदीशपुर में नयका टोला मोड़ के पास से गुजर रहे काफिला में शामिल मेरी गाड़ी पर कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक हमला कर दिया, पत्थर फेंका. सुरक्षाकर्मियों के दौड़ने पर सभी भाग निकले.’ ट्वीट के साथ उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार पुलिस को भी टैग किया है.
जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय बोर्ड के बागी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यह आरोप ऐसे समय में लगाया है, जबकि प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके रिश्ते तल्ख हो गए हैं. दरअसल, कुशवाहा ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में रहकर ही मोर्चा खोल दिया है और उनके इस कदम से पार्टी भी दुविधा में है. जदयू के नेता भी मानते हैं कि कुशवाहा को भाजपा का शह प्राप्त है, लेकिन कोई इसे लेकर खुल कर नहीं बोल पा रहा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी 25 जनवरी को संदेह जताया था कि उपेंद्र कुशवाहा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क में हो सकते हैं.
हालांकि, कुशवाहा ने दिनों पहले यह स्पष्ट कर दिया था कि वह ‘कभी भी भाजपा के सदस्य नहीं बनेंगे’, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एक पार्टी बनाने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने संबंधी सवाल को उन्होंने टाल दिया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने 2021 में अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) का जदयू में विलय किया था.
कुशवाहा के पार्टी छोड़ने की अटकलों को लेकर जब पिछले दिनों नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा था कि कुशवाहा ‘जितनी जल्दी हो सके, जहां भी जाना चाहते हैं, जाने के लिए स्वतंत्र हैं.’ हालांकि, कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह अपना हिस्सा छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं. उन्होंन ट्वीट किया था, ‘बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने…! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगा तब तो हर बड़ा भाई अपने छोटे भाई को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प लेगा। ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर?’
कुशवाहा उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं. हालांकि नीतीश कुमार ने इन खबरों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया था कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव इस पद पर बने रहेंगे. यादव को कुमार ने वस्तुतः सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ का भावी चेहरा घोषित किया है.