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जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar )और मार्गरेट अल्वा के बीच मुकाबला

नई दिल्लीः देश के नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज संसद भवन में मतदान होगा. मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar ) और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के बीच है. आंकड़ों पर गौर करें तो पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ का पलड़ा मार्गरेट अल्वा के मुकाबले भारी लग रहा है. उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों में मतभेद भी सामने आए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा से पहले सहमति नहीं बनाने की कोशिशों का हवाला देते हुए मतदान प्रक्रिया से दूर रहने की घोषणा की है.

आपको बता दें कि मार्गरेट अल्वा (80) कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं और राजस्थान की राज्यपाल रह चुकी हैं. तेलंगाना राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा, एआईएमआईएम ने अल्वा के समर्थन की घोषणा की है. मार्गरेट अल्वा को अब तक मिले राजनीतिक दलों के समर्थन को देखते हुए अनुमान जताया जा रहा है कि उन्हें 200 के करीब मत मिल सकते हैं. दूसरी ओर जगदीप धनखड़ (71) हैं, जो राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. उनकी पृष्ठभूमि समाजवादी रही है. जनता दल यूनाईटेड, वाईएसआर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, अन्नाद्रमुक, बीजू जनता दल और शिवसेना ने धनखड़ का समर्थन करने की घोषणा की है. इन दलों के समर्थन से राजग उम्मीदवार को 515 के करीब मत मिलने का अनुमान जताया जा रहा है.

जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता, अकेले भाजपा के 394 सांसद

संसद भवन में मतदान सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा. इसके तुरंत बाद मतों की गिनती की जाएगी और देर शाम तक निर्वाचन अधिकारी द्वारा देश के नए उपराष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी जाएगी. उपराष्ट्रपति के रूप में एम.वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है और नए उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को शपथ लेंगे. लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं. दोनों सदनों के मनोनीत सदस्य भी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र होते हैं. संसद के दोनों सदनों को मिलाकर सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं. उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए किसी उम्मीदवार को जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है.

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