सूर्यास्त के बाद(after sunset) पैदा हुए बच्चों का नेचर होता है ऐसा

, जन्म का समय: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी व्यक्ति के जन्म का समय, तारीख और जन्म स्थान का बड़ा ही महत्व होता है. ऐसा कहा जाता है कि यही तीनों चीजें उस इंसान का भाग्य और व्यक्तित्व भी कुछ हद तक तय करती हैं. सूरज डूबने (after sunset) के बाद पैदा हुए लोगों के बारे में ऐसी कई रोचक बातें हैं जो आपको यहां जानने को मिलेंगी. सूर्यास्त के बाद लेकिन सूर्योदय से पहले पैदा होने वाले बच्चों की कुण्डली के बारे में ऐसा माना जाता है कि वो चंद्र कुंडली के लोग हैं. इस कुण्डली के लोगों का व्यवहार इनके जन्म के समय पर भी निर्भर करता है.
व्यक्तित्व होता है ऐसा
रात में पैदा हुए बच्चों पर चंद्रमा, शुक्र और मंगल का असर ज्यादा होता है. इन बच्चों का व्यहवार बेहद शर्मीला होता है. ये लोगों से कुछ ज्यादा ही संकोच करते हैं. ऐसे बच्चे स्वभाव से कुछ ज्यादा ही भावुक होते हैं. किसी चीज का फैसला करते समय ये भावनाओं को कुछ ज्यादा ही आगे रखते हैं. इनकी मां से इनका अधिक लगाव होता है. रेखाओं के जानकारों का कहना है कि ये अपने काम को पूरा करने में एकदम जोर लगा देते हैं.
दूरदर्शी और गहन चिंतक
ऐसे लोग जो सूर्यास्त के बाद पैदा होते हैं, ये काफी दूर की सोचने वाले होते हैं. किसी भी चीज के पहले ये काफी गहन चिंतन करते हैं. खुद को जागरुक रखना इनकी प्राथमिकता में होता है. अपने ज्ञान भण्डार से लोगों को हैरान करने वाले ये बच्चे आशावादी और कल्पनाशीलता से भरे होते हैं. यदि ऐसे बच्चे रचनात्मक क्षेत्रों में आगे बढ़ना चाहते हैं तो माता-पिता को उन्हें ऐसे क्षेत्र में आगे बढ़ने देना चाहिए. अपने इच्छा के क्षेत्र में आगे बढ़ना उनके लिए सफलता के कई नए रास्ते खोल सकता है.