अंतराष्ट्रीय

क्या जीतकर भी हार रहा इजरायल?

रफाह : इजरायल को हमेशा से योद्धाओं का देश माना जाता है. यह हर हमले का बखूबी जवाब देना जानता है. हमास की ओर से हमला किए जाने के बाद से इजरायल लगातार उस पर बमबारी कर रहा है. इजरायली सेना ने सोमवार को दावा किया है कि उसने हमास के चीफ ऑफ स्टाफ को मार गिराया है. हालांकि, शुरूआती दिनों के विपरीत अब दुनिया में उसके दोस्तों की संख्या कम होती जा रही है. राजनयिकों ने एएफपी को बताया है कि दक्षिणी गाजा शहर रफाह में विस्थापितों के शिविर पर इजरायली हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई है. राजनयिकों ने कहा कि बंद कमरे में बैठक का अनुरोध अल्जीरिया ने किया था. अल्जीरिया वर्तमान में परिषद का एक अस्थायी सदस्य है.

कनाडा ने बताया विनाशकारी
कनाडा के विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोमवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में युद्धविराम का आह्वान करते हुए कहा कि रफाह में विस्थापित फिलिस्तीनियों के शिविर पर इजरायली हवाई हमले से नागरिकों की मौत से कनाडा “भयभीत” है. जोली ने हाउस ऑफ कॉमन्स में एक अलग बयान में कहा, “रफाह से आ रही तस्वीरें भयावह और हृदय विदारक हैं.” उन्होंने कहा, “निर्दोष नागरिकों की हत्या पूरी तरह से अस्वीकार्य है. यह विनाशकारी है. इसलिए हमें तत्काल युद्ध विराम की आवश्यकता है.”

फ्रांस में गाजा के समर्थन में प्रदर्शन
गाजा के रफाह शहर पर इजरायल की घातक गोलाबारी के खिलाफ सोमवार को पेरिस में इजरायली दूतावास के पास लगभग 10,000 लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया. प्रदर्शन फ्रांसीसी राजधानी के केंद्र में दूतावास से कुछ सौ मीटर (गज) की दूरी पर था. प्रदर्शनकारियों ने “हम सभी गाजा के बच्चे हैं”, “गाजा मुक्त करो” और फिलिस्तीन के समर्थन में अन्य नारे लगाए. प्रदर्शन का आयोजन करने वाले एसोसिएशन फ्रांस-फिलिस्तीन सॉलिडेरिटी समूह के फ्रांस्वा रिप्पे ने कहा, “यह बहुत बड़ा नरसंहार है. वे विस्थापितों के एक शिविर में आग लगाते हैं. वे लोगों को जलाते हैं और हम (फ्रांस) हिसाब मांगने के लिए इजरायली राजदूत को भी नहीं बुलाते हैं. यह स्वीकार्य नहीं है.” प्रदर्शन में एक बड़े बैनर में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, संयुक्त राज्य अमेरिका के जो बाइडेन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को “यह मानवता की हत्या कर रहे हैं” के नारे के साथ दिखाया गया था.
अब बातचीत नहीं करेगा हमास
हमास ने कथित तौर पर मध्यस्थों को सूचित किया है कि वह रविवार रात गाजा के सबसे दक्षिणी शहर रफाह पर इजरायल के हमले के बाद गाजा पट्टी में युद्धविराम या कैदियों को वापस सौंपने के समझौते के लिए किसी भी बातचीत में भाग नहीं लेगा. हमास के एक सूत्र के हवाले से बताया कि यह निर्णय इजरायली सेना द्वारा “रफाह के उत्तर-पश्चिम में विस्थापित नागरिकों को निशाना बनाने, उनमें से दर्जनों को मारने और घायल करने” के जवाब में लिया गया. सूत्र ने सोमवार को यह भी कहा कि हमास नेतृत्व को बातचीत फिर से शुरू करने के संबंध में मिस्र या कतर में मध्यस्थों से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को एक प्रेस बयान में कहा कि राफा शहर के पास विस्थापित लोगों के तंबुओं पर इजरायली हवाई हमलों में बच्चों और महिलाओं सहित कम से कम 45 फिलिस्तीनी मारे गए. हमास के वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने सोमवार को बेरूत में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मध्यस्थों को दी गई हमारी शर्तों को छोड़कर इजरायल बंधकों को प्राप्त नहीं कर पाएगा. हमदान ने कहा कि स्थायी युद्धविराम सहित किसी समझौते पर पहुंचने के लिए हमास की शर्तें अपरिवर्तित रहेंगी.

हमास का चीफ ऑफ स्टाफ मारा गया
इजराइल रक्षा बलों ने सोमवार को कहा कि एक इजराइली विमान ने पिछले हफ्ते दक्षिणी गाजा शहर रफाह में वेस्ट बैंक में हमास चीफ ऑफ स्टाफ यासीन राबिया की हत्या कर दी.आईडीएफ के एक बयान में कहा गया है कि सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर उत्तर-पश्चिम रफाह में सुल्तान के ताल क्षेत्र में हमला किया गया था. इसमें कहा गया है कि राबिया ने कई जानलेवा हमलों को अंजाम दिया था. इनमें 2001 और 2002 के हमले भी शामिल थे, जिनमें इजरायली सैनिक मारे गए थे. बयान के मुताबिक, हमास के वेस्ट बैंक मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी खालिद नागर भी इजरायली हवाई हमले में मारे गए. उसने कथित तौर पर वेस्ट बैंक में हमलों का निर्देशन किया और गाजा पट्टी में हमास की गतिविधियों के लिए धन हस्तांतरित किया. इसमें कहा गया है, “आईडीएफ उन रिपोर्टों से अवगत है, जो संकेत देती हैं कि हमले और आग के परिणामस्वरूप क्षेत्र में कई नागरिकों को नुकसान पहुंचा है. घटना की समीक्षा की जा रही है.”

ICC से इजरायल चिंतित
इजरायस अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) को लेकर चिंतित है. उसे डर है कि कहीं हमास के खिलाफ युद्ध के संचालन से संबंधित आरोपों पर इजरायल के सरकारी अधिकारियों के लिए ICC गिरफ्तारी वारंट जारी न कर दे. ICC हमास के 7 अक्टूबर के सीमा पार हमले और हमास शासित गाजा पर इजरायल के विनाशकारी हमले की जांच कर रही है. यह जांच अब अपने सातवें महीने में है. इजरायली मीडिया रिपोर्टों के जवाब में कि आईसीसी जल्द ही वरिष्ठ इजरायली सरकार और सैन्य अधिकारियों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकता है, विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने रविवार को इजरायली दूतावासों को “गंभीर यहूदी विरोधी भावना की लहर” के जोखिम के कारण अपनी सुरक्षा बढ़ाने की चेतावनी दी. काट्ज ने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि ICC वरिष्ठ इजरायली राजनीतिक और सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने से परहेज करेगी. हम अपना सिर नहीं झुकाएंगे या विचलित नहीं होंगे और लड़ते रहेंगे.” प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि आईसीसी के किसी भी फैसले से इजरायल के कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यह एक खतरनाक मिसाल कायम करेगा.

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button