ईरान ने कबूल किया कि रूस(Russia)को ड्रोन भेजे

तेहरान. रूस को ड्रोन सप्लाई करने के दावों का बार-बार खंडन करने के बाद आखिरकार पहली बार शनिवार को उसके विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने यह कबूल किया कि फरवरी के अंत में यूक्रेन पर हमला शुरू होने से पहले ड्रोन रूस (Russia) भेजे गए थे. कीव का दावा है कि यूक्रेन की नागरिक आबादी के खिलाफ पहले ही लगभग 400 ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल किया जा चुका है और मॉस्को ने लगभग 2,000 और ड्रोन का आदेश दिया है. कीव और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने रूस पर हाल के हफ्तों में हमले करने के लिए ईरान में बने ड्रोन का उपयोग करने का आरोप लगाया है.
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि ‘हमने यूक्रेन में युद्ध से कुछ महीने पहले रूस को सीमित संख्या में ड्रोन की आपूर्ति की थी.’ लेकिन उन्होंने इस बात से फिर से इनकार किया कि ईरान ने रूस को मिसाइलों की आपूर्ति की थी. उन्होंने इन सभी आरोपों को पूरी तरह से झूठा बताया. हाल के हफ्तों में रूसी सेना ने यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर मिसाइलों और विस्फोटक ड्रोनों की बारिश की है. क्योंकि पश्चिमी हथियारों की डिलीवरी से मजबूत हुई यूक्रेनी सेना ने जमीनी हमलों में रूसी सैनिकों को कई इलाकों में पीछे धकेल दिया है.
उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को ईरानी अधिकारियों पर रूस को ड्रोन की डिलीवरी के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया. जेलेंस्की ने कहा कि आखिरकार उन्होंने स्वीकार करने का फैसला किया कि उन्होंने रूसी आतंकवाद के लिए ड्रोन की सप्लाई की थी. लेकिन इस स्वीकारोक्ति में भी वे झूठ बोलते हैं. हम हर दिन कम से कम 10 ईरानी ड्रोन को मार गिराते हैं. जबकि ईरानी शासन का दावा है कि उसने कथित तौर पर हमला शुरू होने से पहले भी बहुत कम ड्रोन रूस को दिया था. इससे पहले यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ईरान को चेतावनी दी थी कि मास्को के साथ ‘मिलीभगत के नतीजे’ ‘रूस के समर्थन से मिलने वाले लाभ से कहीं ज्यादा’ होंगे. गौरतलब है कि ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने तीन ईरानी जनरलों और एक हथियार फर्म पर रूस को ड्रोन की आपूर्ति करने का आरोप लगाया है.