दुनिया की भलाई में ‘भारत (India’)कायोगदान
न्यूयॉर्क: संयुक्त युक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बदलाव को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य राज्यों के बीच एक धारणा है कि सुरक्षा परिषद में बेहतर प्रतिनिधियों की आवश्यकता है, जिनमें उन देशों को भी शामिल किया गया है, जिनके पास शांति के लिए बड़ी जिम्मेदारी है.
UNSC के लिए भारत (India’) की उम्मीदवारी पर कोरोसी ने कहा ‘सदस्य राज्यों के बीच एक धारणा है कि हमें सुरक्षा परिषद में एक बेहतर प्रतिनिधि की आवश्यकता है, जिसमें वे देश शामिल हैं जिनके पास शांति के लिए बड़ी जिम्मेदारी है, लोगों की भलाई के लिए बड़ी जिम्मेदारी है. और निश्चित रूप से भारत उनमें से है जो मानते हैं कि वे दुनिया की भलाई में योगदान दे सकते हैं.’ कोरोसी ने कहा कि अतीत में जब UNSC बनाया गया था उस समय भारत ‘सबसे बड़े लोगों’ में से नहीं था. उन्होंने आगे कहा कि UNSC में सुधार होगा.
UNGA अध्यक्ष ने आगे कहा ‘सुधार का मामला 13 वर्षों से बातचीत की प्रक्रिया में चल रहा है, यह बहुत लंबा है. सुरक्षा परिषद में सुधार की संभावित आवश्यकता पर शुरू हुई पहली चर्चा 40 साल से भी पहले शुरू हुई थी. तो यह वास्तव में सही समय है, लेकिन यह सदस्य राज्यों के हाथ में है. यदि सदस्य राज्य इस बात पर सहमत हो सकते हैं कि सुरक्षा परिषद में सुधार कैसे किया जाए. चाहे यह इसके कार्य करने के तरीकों के संदर्भ में, सदस्यता के संदर्भ में, स्थायी सदस्यों के संदर्भ में, वीटो के अधिकार के संदर्भ में हो या फिर सुरक्षा परिषद और शायद संयुक्त राष्ट्र के अन्य निकाय के बीच संबंध क्या होना चाहिए यह सब सदस्य देशों के हाथों में है.’
उन्होंने आगे कहा ‘भारत सुरक्षा परिषद के शुरुआती सुधार के लिए शायद सबसे सक्रिय अधिवक्ताओं में से एक है.’ यूएनजीए प्रमुख ने भारत को एक संभावित महाशक्ति देश बताते हुए कहा कि जनसंख्या, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक को भी याद किया.
उन्होंने पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक को याद करते हुए कहा ‘मैं कुछ महीने पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिला था, और हमारी बैठक के बाद मुझे गहरा प्रभाव पड़ा. एक दूरदृष्टि वाला व्यक्ति, रणनीतिक सोच वाला व्यक्ति, एक बहुत गहरी परंपरा वाला व्यक्ति जो अपने साथ एक राष्ट्र की एक बहुत गहरी परंपरा लेकर आता है और एक स्पष्ट दृष्टि रखता है कि आधुनिक भारत को कैसा दिखना चाहिए. और मुझे उनका अभिवादन करते हुए बहुत खुशी हो रही है. संयुक्त राष्ट्र में उनका बहुत स्वागत है. वह बहुत कम समय में यहां आने वाले दुनिया के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक हैं. भारत दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है.’