भारतीय टीम को पहले एक दिवसीय (first one day)में मिली हार
नई दिल्ली. भारतीय टीम संजू सैमसन (नाबाद 86 रन) और श्रेयस अय्यर (50 रन) के अर्धशतकों से जीत के करीब पहुंचने के बावजूद गुरूवार को यहां तीन मैचों की श्रृंखला के बारिश से प्रभावित पहले एक दिवसीय (first one day) मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से नौ रन से हार गई. डेविड मिलर (नाबाद 75) और हेनरिच क्लासेन (नाबाद 74) की शानदार अर्धशतकीय पारियों से दक्षिण अफ्रीका ने 40 ओवर में चार विकेट पर 249 रन का स्कोर खड़ा किया. इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही, टीम ने आठ रन के स्कोर पर दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये थे.
पर सैमसन (63 गेंद, नौ चौके, तीन छक्के) और अय्यर (37 गेंद, आठ चौके) के अर्धशतक ने टीम को संभालने में अहम भूमिका निभायी. सैमसन ने अय्यर के साथ पांचवें विकेट के लिये 67 रन और शार्दुल ठाकुर (33 रन) के साथ छठे विकेट के लिये 93 रन की साझेदारी कर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया था. पर टीम 40 ओवर में आठ विकेट पर 240 रन ही बना सकी. भारतीय टीम ने अंतिम पांच ओवर में तीन विकेट गंवाकर 63 रन बनाये. अंतिम ओवर में सैमसन ने तीन चौके और एक छक्के से 20 रन बनाये, पर टीम को जीत नहीं दिला सके.
टीम को पहला झटका तीसरे ओवर में शुभमन गिल (03) के रूप में लगा जिन्हें रबाडा ने क्लीन बोल्ड किया. रबाडा की आफ स्टंप गेंद शुभमन के अंदरूनी बल्ले का किनारा लेकर लेग स्टंप उखाड़ गयी. छठे ओवर में कप्तान शिखर धवन (04) वार्ने पार्नेल की गेंद को थर्डमैन की ओर खेलना चाहते थे लेकिन गेंद उनका बल्ला छूकर स्टंप उखाड़ गयी. पिच से मिल रहे टर्न और उछाल का पूरा फायदा उठाते हुए दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने कसी गेंदबाजी की और भारत को इन झटकों से नहीं उबरने दिया. उसके लिये लुंगी एनगिडी ने तीन और रबाडा ने दो विकेट हासिल किये. पार्नेल, तबरेज शम्सी और केशव महाराज को एक एक विकेट मिला.
शम्सी ने अपने पहले ही ओवर में पदार्पण कर रहे रूतुराज गायकवाड़ (19 रन) को विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक के हाथों स्टंप आउट कराया जिससे भारत ने 48 रन पर तीसरा विकेट गंवा दिया. अब अय्यर क्रीज पर थे. इस तरह टीम ने 18वें ओवर में 50 रन पूरे किये और इसी ओवर में टीम ने ईशान किशन (20 रन) का विकेट गंवा दिया जो स्पिनर केशव महाराज की गेंद पर आसान कैच दे बैठे. सैमसन क्रीज पर उतरे लेकिन एक गेंद बाद ही अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया, पर रिव्यू भारत के हक में रहा.
इससे स्टेडियम में बैठे दर्शकों ने राहत की सांस ली. 19वें ओवर में श्रेयस ने आगे निकलकर एक चौका लगाया और सैमसन ने भी अंतिम गेंद पर पारी का पहला छक्का लगाया. अय्यर ने 21वें ओवर में शम्सी की अंतिम तीन गेंदों पर लगातार तीन चौके लगाये. उन्होंने और सैमसन ने मिलकर पांचवें विकेट के लिये अर्धशतकीय साझेदारी पूरी कर ली. दोनों पर टीम को अच्छी स्थिति तक ले जाने की जिम्मेदारी थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
अय्यर (37 गेंद में आठ चौके) ने 26वें ओवर की अंतिम गेंद पर महाराज पर एक रन लेकर अपना 12वां वनडे अर्धशतक पूरा किया. पर उनकी लंबी पारी खेलने की उम्मीद अगले ही ओवर में एनगिडी ने तोड़ दी. इस गेंदबाज की गेंद को पुल करने के प्रयास में अय्यर मिड ऑन पर रबाडा को कैच दे बैठे. भारत का स्कोर 30 ओवर में पांच विकेट पर 145 रन था और टीम को 10 ओवर में जीत के लिये 106 रन की दरकार थी.
सैमसन ने इसके बाद संयमित खेल दिखाया और ठाकुर के साथ अच्छी साझेदारी की. सैमसन ने 36वें ओवर में अपना दूसरा वनडे अर्धशतक पूरा करने से पहले पिछले ओवर में एनगिडी पर डीप मिडविकेट पर अपना दूसरा छक्का जड़ा. फिर उन्होंने पचासा पूरा करने के बाद शम्सी की अंतिम दो गेंदों को चौके के लिये भेजा जिससे 36 ओवर के बाद भारत का स्कोर पांच विकेट पर 191 रन था.
अब चार ओवर में टीम को 60 रन बनाने थे। ठाकुर ने भी हाथ खोलते हुए अगले ओवर में रबाडा की पहली गेंद पर चौका जड़ दिया. पर उनके 211 रन के स्कोर आउट होने के बाद लय बिगड़ गयी. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 110 रन के स्कोर पर चार विकेट गंवा दिये थे. पर इसके बाद मिलर (63 गेंद में पांच चौके, तीन छक्के) और क्लासेन (65 गेंद में छह चौके, दो छक्के) ने पांचवें विकेट के लिये नाबाद 139 रन की साझेदारी से अपनी टीम को 250 रन के पार कराया.
भारत के लिये ठाकुर ने आठ ओवर में 35 रन देकर दो विकेट झटके. बारिश के कारण मैच शुरू होने में देरी हुई और इसे 40-40 ओवर का कर दिया गया. बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने धीमी शुरूआत की और 10 ओवर में बिना विकेट गंवाये 41 रन बनाये. भारतीय कप्तान शिखर धवन का गेंदबाजी करने का फैसला नयी गेंद से गेंदबाजी करने वाले मोहम्मद सिराज और आवेश खान ने सही साबित किया.
सिराज ने दोनों तरीकों से गेंद को स्विंग कराकर शुरू में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को काफी परेशान किया लेकिन कोई विकेट नहीं ले सके. धवन ने नौंवे ओवर में ठाकुर को लगाया और दो गेंद के बाद ही इस तेज गेंदबाज ने अपनी टीम को पहला मौका दिलाया जिसमें जानेमन मलान उनकी गेंद पर बल्ला छुआ बैठे थे और वह पहली स्लिप में शुभमन गिल के हाथों आउट हो सकते थे लेकिन इस भारतीय क्षेत्ररक्षक इसे लपक नहीं सका.
पर ठाकुर ने चार ओवर के बाद मलान को अपना शिकार बनाया जब गेंद उनके बल्ले को छूकर शार्ट मिडविकेट पर श्रेयस अय्यर के हाथों में समां गयी. पदार्पण करने वाले लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने अपने पहले ही तीन ओवर में 31 रन लुटा दिये. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान तेम्बा बावुमा (08) ने 14वें ओवर में बिश्नोई पर पहले रिवर्स स्वीप से चौका लगाया और फिर ड्राइव से अगली गेंद को सीमारेखा के पार किया.
फिर ठाकुर ने बावुमा के रूप में अपना दूसरा विकेट झटक लिया. कुलदीप यादव ने अपनी बेहतरीन लेग स्पिन से ऐडन मार्कराम को बोल्ड किया और उन्हें खाता भी नहीं खोलने दिया. क्विंटन डिकॉक एक छोर पर डटे हुए अपनी पारी खेलते रहे लेकिन 23वें ओवर में बिश्नोई की गेंद पर पगबाधा आउट हाो गये. डिकॉक ने 54 गेंद में पांच चौकों की मदद से 48 रन बनाये। उनके जाने के बाद 23वें ओवर में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर चार विकेट पर 110 रन हो गया.
दो ओवर बाद मिलर ने बिश्नोई पर लांग ऑन पर मेजबानों के खिलाफ पारी का पहला छक्का जड़ा. मिलर और क्लासेन ने फिर प्रतिद्वंद्वी टीम के गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामकता बरतते हुए तेजी से रन जुटाये. मिलर ने संयम और सतर्कता से खेलते हुए ढीली गेंदों को बाउंड्री तक पहुंचाया और चार चौके और एक छक्के से 50 गेंद में अपना 18वां अर्धशतक पूरा किया. क्लासेन ने भी जल्द ही वनडे में अपना चौथा पचासा पूरा किया जिसके लिये उन्होंने 52 गेंद ली.
‘डैथ ओवर’ में गेंदबाजी की समस्या जारी रही जिससे मिलर और क्लासेन ने महज 84 गेंद में शतकीय साझेदारी पूरी की. भारत मैच के दौरान क्षेत्ररक्षण में भी लचर प्रदर्शन किया और चार कैच छोड़े.