भारत ने यूनेस्को (potential list) की अस्थायी सूची में तीन और स्थल जोड़े हैं। संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची (potential list) में शामिल किया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने भी ट्वीट को साझा किया और कहा इस कदम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलेगा। इससे भारतीय सांस्कृतिक विरासत को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा।
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मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर बहुत सुंदर नक्काशी की गई है। इसकी दीवारों पर नक्काशी से पौराणिक कथाओं का चित्रण किया गया है। मंदिर का निर्माण सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के समय तक इसपर सूर्य की किरणें पड़ती हैं। यह एक पहाड़ी पर स्थित है। मोढेरा में स्थित सूर्य मंदिर का निर्माण 1026 ई. में सूर्यवंशी सोलंकी राजा भीमदेव प्रथम द्वारा करवाया गया था। मंदिर ग्याहरवीं शताब्दी का है।
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मंदिर का निर्माण करवाया जिसमें सभामंडप और गर्भगृह आता है। सभा मंडप के आगे की ओर को एक कुंड बना हुआ है जिस सूर्यकुंड या रामकुंड कहा जाता है।इसकी सबसे बड़ी खासियत इसको बनाने में चूने का प्रयोग नहीं किया गया है। प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भी देख-रेख पुरातत्व विभाग के द्वारा की जाती है।