भारत ने इंग्लैंड में 8 साल बाद जीती ( won )वनडे सीरीज

नई दिल्ली. भारतीय टीम ने तीन वनडे मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में इंग्लैंड को पांच विकेट से हराया. मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया के सामने 260 रनों का लक्ष्य रखा. ऋषभ पंत के शानदार शतक और हार्दिक पंड्या की विस्फोटक पारियों की बदौलत टीम इंडिया ने इस लक्ष्य को 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया. इसके साथ ही भारतीय टीम ने रोहित शर्मा की अगुवाई में टी20 के बाद वनडे सीरीज भी 2-1 से जीत ( won ) ली.
ऋषभ पंत ने जड़ा धमाकेदार शतक
ऋषभ पंत ने निर्णायक मुकाबले में तब शतक लगाया, जब भारत ने 38 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे. यह विकेटकीपर बल्लेबाज का वनडे करियर का पहला शतक है. पंत ने 106 गेंद पर अपना शतक पूरा किया. पंत शतक बनाकर रुके नहीं, बल्कि टीम को जीत दिलाकर ही पैवेलियन लौटे. पंत 113 गेंद पर 125 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने शतक जड़ने के बाद आखिरी 7 गेंदों में छह चौके मारे और 25 रन डाले.
रोहित शर्मा इंग्लैंड में वनडे सीरीज जीतने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बने
इंग्लैंड में सबसे पहले वनडे सीरीज जीतने का कारनामा पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 1990 में किया था. उस समय दो वनडे मैचों की सीरीज में टीम इंडिया ने 2-0 से जीत हासिल की. उसके बाद साल 2014 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में इंग्लैंड को 3-1 से मात दी थी. बतौर कप्तान रोहित शर्मा ने लगातार सीरीज जीती है. रोहित कप्तान बनने के बाद अब तक 16 वनडे मैचों में 13 मुकाबले जीत चुके हैं.
इससे पहले चोटिल रोहित ने टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया, हालांकि ओल्ड ट्रैफर्ड पर पिछले नौ मैचों में से आठ में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है. बटलर पहले बल्लेबाजी करने से खुश थे और बुमराह का नहीं खेलना मेजबानों के लिए खुशी की खबर था. लेकिन उन्हें कहां पता था कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार बुमराह की अनुपस्थिति में भी विपक्षी टीम उनकी पारी में इतनी जल्दी विकेट झटक लेगी और वो भी बल्लेबाजों की मुफीद पिच पर. जसप्रीत बुमराह की जगह खेल रहे मोहम्मद सिराज ने दिन के खेल में अपनी तीसरी ही गेंद पर जॉनी बेयरस्टो का विकेट झटक लिया जिससे उनके आत्मविश्वास में काफी बढ़ोतरी हुई होगी. इंग्लैंड के इस सलामी बल्लेबाज ने लेग साइड की ओर गेंद खेली लेकिन गेंद बल्ला छूकर मिड ऑफ पर खड़े श्रेयस अय्यर के हाथों में चली गयी.
सिराज ने फिर जो रूट का विकेट झटक लिया. इंग्लैंड के खिलाड़ी ने उनकी बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआ दिया और दूसरी स्लिप में खड़े कप्तान रोहित शर्मा ने इसे लपक लिया. इस तरह इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे दो बल्लेबाज शून्य पर पवेलियन लौट चुके थे और टीम दूसरे ओवर में 12 रन पर दो विकेट गंवाकर मुश्किल में थी. जेसन रॉय (41) ने मोहम्मद शमी पर तीन बाउंड्री लगाई थी जिसमें से एक चौका मैच की पहली ही गेंद पर मिड-ऑफ पर लगा था.
बेन स्टोक्स ने दिखाया कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए कितनी अच्छी थी. रॉय और स्टोक्स ने संभलकर खेलते हुए पारी आगे बढ़ाई लेकिन दोनों के बीच 54 रन की साझेदारी बनने के बाद हार्दिक ने इसका अंत किया. हार्दिक ने कसी लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करते हुए रॉय को विकेट के पीछे कैच आउट कराया. इस तरह इंग्लैंड ने 66 रन पर तीसरा विकेट खो दिया. हार्दिक ने अपने छोर से दबाव बनाये रखा और जल्द ही उन्होंने इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान को अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया. उन्होंने अपना दूसरा विकेट मेडन ओवर में लिया.
भारत कसी गेंदबाजी कर रहा था जिससे इंग्लैंड की टीम रॉय के आउट होने के बाद सात ओवर में केवल 16 रन ही बना सकी. सिराज ने वापसी करते हुए तीन गेंद में दो बार बटलर के हेलमेट पर हिट किया. दोनों मौकों पर फिजियो को ‘कनकशन प्रोटोकॉल’ के तहत बल्लेबाज की जांच करनी पड़ी. इंग्लैंड के कप्तान ने इस बीच युजवेंद्र चहल (60 रन देकर तीन विकेट) पर लांग आन में एक छक्का जड़ा जबकि मोईन अली (34 रन) ने सिराज पर छह रन बनाये. इसके बाद दोनों ने फिर इसी क्रम में एक एक छक्के जमाये. मोईन को रवींद्र जडेजा ने अपना शिकार बनाया. इस भारतीय ऑलराउंडर ने साथ ही डीप स्क्वेयर लेग से भागते हुए एक शानदार कैच भी लपका.