भारत ने पाकिस्तान को सौपा लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी का शव

पाकिस्तान । भारत (dead body of terrorist) ने पाकिस्तान को सोमवार को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी का शव सौंप (dead body of terrorist) दिया। खास बात यह है कि 20 सालों में पहली बार पाकिस्तान ने एक आतंकी को अपना नागरिक माना है। हालांकि तब सेना ने उसे मानवीयता के आधार पर रिहा कर दिया था। इस दौरान उसे पैर और कंधे पर गोली लगी थी।
सुरक्षाबलों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसका ऑपरेशन किया गया। सैनिकों ने उसकी जान बचाने के लिए तीन यूनिट रक्तदान भी किया। उसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान वापस भेज दिया गया था। सेना के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल अपने नागरिकों के शव लेने से हमेशा इनकार किया है।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि हुसैन की मौत के दो दिन बाद उसका शव पाकिस्तान को सौंपा गया। सोमवार को भारतीय सेना ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर चाकन दा बाग चौराहे पर पुलिस और सिविल अधिकारियों की मौजूदगी में शव पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपा।पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के कोटली के सब्जकोट गांव के निवासी तबारक हुसैन (32) को पिछले महीने 21 अगस्त को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में LoC से घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था।
हुसैन ने पूछताछ में खुलासा किया था कि उसे और उसके 3 साथियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के कर्नल यूनुस चौधरी ने LoC पार करने के बाद भारतीय सैनिकों पर फिदायीन हमले को अंजाम देने के लिए पैसे और चार से पांच बंदूकें दी थीं। कर्नल ने उसे भारतीय पोस्ट पर हमला करने के लिए 30 हजार पाकिस्तानी रुपए दिए थे। भारतीय सेना से मुठभेड़ में हुसैन को गोली लगी थी, जबकि उसके साथी फरार हो गए थे।