ताइवान के मुद्दे पर भारत त (India )दूसरी तरह से चीन का ध्यान खीच सकता

नई दिल्ली: यूएस चीफ ऑफ नेवल ऑपरेशंस एडम माइक गिल्डे ने शनिवार को भारत (India ) चीन को लेकर एक बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि चीन का मुकाबला करने में भारत की भविष्य में काफी अहम भूमिका होगी. इस लिहाज से भारत भविष्य में अमेरिका का अहम साझेदार होगा. निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार एडम गिल्डे ने यह बात वॉशिंगटन में एक संगोष्ठि के दौरान कही.
एडम गिल्ड ने कहा कि भारत चीन को दो तरफ से दिक्कते देता है. भारत चीन को न केवल दक्षिण चीन सागर और ताइवान की तरफ देखने के लिए मजबूर करता है जबकि उसे अपने ऊपरी भाग पर भी ध्यान देना होता है. उन्होंने कहा कि मैंने किसी और देश की तुलना में भारत में ज्यादा समय बिताया है और इसके पीछे की एक सबसे बड़ी वजह यह है कि अमेरिका ने भारत को अपने एक अहम साझेदार के रूप में देखना शुरू कर दिया है.
चीन के लिए है दोहरी समस्या
पिछले साल अक्टूबर में पांच दिवसीय यात्रा का जिक्र करते हुए गिल्ड ने कहा कि हिंद महासागर युद्ध क्षेत्र काफी तेजी से हमारे लिए महत्वपूर्ण होता जा रहा है. इसके पीछे तथ्य यह है कि भारत और चीन के बीच उनकी आपसी सीमा को लेकर थोड़ी झड़प बनी हुई है…और यह रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हिमालयन क्षेत्र में भारत और चीन के बीच संघर्ष से बीजिंग के लिए दोहरी समस्या है और यह अमेरिकी रणनीतिकारों के बीच जोर पकड़ रहा है.
ताइवान के मुद्दे पर सीधे नहीं लड़ेगा भारत
जून में जब अमेरका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया क्वाड नेता जापान में बैठक कर रहे थे तो पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने एलब्रिज कोल्बी ने निक्केई एशिया को बताया था कि ताइवान के मुद्दे पर भारत सीधे तौर पर लड़ाई में योगदान नहीं देगा लेकिन हो सकता है कि वह हिमालय की सीमा पर चीन का ध्यान आकर्षित करे.